लखनऊ में हर घंटे 65 लोग तोड़ रहे हैं ट्रैफिक रेड लाइट, अब एक्शन की तैयारी!
लखनऊ की सड़कों पर जल्दबाज़ी करने वालों के लिए लापरवाही भारी पड़ सकती है. ट्रफिक विभाग के आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ में हर घंटे करीब 65 लोग ट्रैफिक रेड लाइट को नजरअंदाज कर रहे हैं. अप्रैल से अब तक करीब 1.30 लाख से ज्यादा चालान काटे जा चुके हैं. इसके बावजूद लोगों की लापरवाही जारी है. अब इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस सख्ती से निपटने की प्लानिंग कर रही है.
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अब ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी आम होती जा रही है. लोग रेड सिग्नल की परवाह किए बिना सीधे निकल जाते हैं, जिसके चलते न सिर्फ सड़क हादसों का खतरा बढ़ता जा रहा है, बल्कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी चरमरा रही है. हैरानी की बात ये है कि भारी चालान के बावजूद ट्रैफिक नियमों की लापरवाही के मामलों में कमी देखने को नही मिल रही है.
हर घंटे 65 लोग कर रहे उल्लंघन
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानी ITMS और ट्रैफिक कर्मियों की निगरानी में ये बात सामने आई है कि 1 अप्रैल से 22 जून के बीच यानी 83 दिनों में करीब 1,30,148 वाहनों के रेड लाइट नियमों के उल्लंघन के मामले दर्ज हुए. इन आंकड़ों के मुताबिक हर घंटे औसतन 65 लोग नियम तोड़ रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा मामले दोपहिया वाहनों के हैं.
ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में 46,408, मई में 50,943 और जून में 32,797 मामले सामने आए. ट्रैफिक नियमों का पालन न करने पर पहली बार 1,000 और दूसरी बार 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है. इसके बावजूद इन आंकड़ों में कोई कमी होते दिखाई नही दे रही है.
इन इलाकों में सबसे ज्यादा अनदेखी
शहर में कुल 500 से ज्यादा चौराहे और तिराहे मौजूद हैं, लेकिन सिर्फ 190 चौराहों पर ही ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं. इनमें चारबाग, हजरतगंज, आलमबाग, वीआईपी रोड, मुंशीपुलिया, कमता, रायबरेली रोड जैसे इलाकों में ट्रैफिक का दबाव सबसे ज्यादा रहता है. ट्रफिक नियमों की अनदेखी के मामले इन्हीं इलाकों में सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं.
सख्ती के मूड में ट्रैफिक पुलिस
ट्रैफिक डीसीपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि रेड सिग्नल तोड़ना सड़क सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस सख्ती से पेश आएगी. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो निगरानी के लिए और कैमरे लगाए जाएंगे. इसके साथ- साथ ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती भी बढ़ाई जाएगी.