लखनऊ से अमेरिका और यूरोप के डायरेक्ट फ्लाइट्स का जल्द मिलेगा तोहफा, रनवे बढ़ाने की तैयारी शुरू
अब जल्द ही लखनऊ से अमेरिका और यूरोप जाने के लिए डायरेक्ट फ्लाइट्स की सुविधा मिल सकती है. बड़ी फ्लाइट्स के रनवे विस्तार के लिए निर्देश भेजे गए हैं, जिसमें 700 मीटर की बढ़त की जा सकती है.

अमेरिका और यूरोप में सफर करने के लिए डायरेक्ट फ्लाइट की चाह रखने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. जल्द ही अमौसी के चौधरी चरण सिंह अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से इस तोहफे का ऐलान किया जा सकता है. लखनऊ से अमेरिका और यूरोप के लिए जल्द ही ये सुविधा शुरू हो सकती है.
इन नई शुरुआत के लिए फिलहाल, एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर सरकार ने जिला प्रशासन को अधिग्रहण के लिए निर्देश भेज दिया है. जिलाधिकारी ने एयरपोर्ट प्रशासन से जमीन के बारे में जानकारी मांगा है. रिपोर्ट सौंपने के बाद अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू होगी. जमीन मिलते ही रनवे की जगह में 700 मीटर की बढ़ की जा सकेगी.
रनवे की जगह बढ़ाने से होगी सुविधा
बात करें मौजूदा समय में एयरपोर्ट के कुल लंबाई की तो ये फिलहाल, 2,744 मीटर है. इस लंबाई में बढ़त करने के बाद ये तकरीबन 3,444 मीटर की हो जाएगी. ऐसे में जगह ज्यादा होने की वजह से बड़े विमानों की लैंडिंग के लिए अच्छी स्पेस मिल जाएगी. फिर इसके लिए टेकऑफ आसान हो सकेगा.
लंबी दूरी तय करने वाले जहाज के लिए रनवे की स्पेस अच्छी रहने पर सुविधा होती है. मौजूदा समय में यहां पर रनवे के हिसाब से जगह नहीं मौजूद होने की वजह से अमेरिका, यूरोप, रूस जाने के लिए लोग दिल्ली, मुंबई, चेन्नई या हैदराबाद से फ्लाइट पकड़ते हैं.
किन देशों के लिए फ्लाइट्स हैं मौजूद?
इस समय लखनऊ से जिन देशों के लिए फ्लाइट्स मौजूद हैं उनमें यूएई का दुबई, शारजाह, अबूधाबी, ओमान के मस्कट, साऊदी अरब के दम्माम, रियाद, जेद्दा, थाईलैंड के बैंकॉक और मलेशिया का कुआलालंपुर शामिल है.
मौजूद स्पेस में रनवे के लिए स्पेस है कम
बड़े विमान भारी होते हैं क्योंकि उनमें ज़्यादा ईंधन, यात्रियों और कार्गो का भार होता है. उन्हें हवा में उड़ने की गति यानी टेक ऑफ स्पीड तक पहुंचने के लिए लंबी रनवे की जरूरत होती है. उदाहरण के लिए Boeing 747 या Airbus A380 जैसे फ्लाइट्स को टेक-ऑफ के लिए 3000 मीटर या उससे ज्यादा रनवे चाहिए.



