7 फीसदी बढ़े सड़क हादसे, 16 प्रतिशत मौत; डराने वाली हैं UP की ये तस्वीर

यूपी में सड़क हादसों में भयावह वृद्धि हुई है. पिछले 10 महीनों में दुर्घटनाएं 7%, मौतें 16% और घायल 8% बढ़े हैं. रायबरेली में सर्वाधिक 59% हादसों की वृद्धि दर्ज हुई, जबकि लखनऊ में भी स्थिति गंभीर है. इसकी मुख्य वजह खराब सड़क इंजीनियरिंग और ट्रैफिक प्रबंधन को बताया गया है. ये आंकड़े सड़क सुरक्षा समिति की रिपोर्ट में सामने आए हैं, जो प्रदेश की सुरक्षा पर चिंताजनक तस्वीर पेश करते हैं.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और आसपास की सड़कों पर हादसे तेजी से बढ़े हैं. इन हादसों में मौत का आंकड़ा भी बेलगाम गति से बढ़ रहा है. बीते दस महीने के आंकड़ों में ही हादसों का ग्राफ 7 फीसदी तक बढ़ा है. वहीं इन हादसों में मौत के ग्राफ ने जहां 16 फीसदी की उछाल मारी है, वहीं घायलों की संख्या भी 8 फीसदी बढ़ी है. यह आंकड़ा खुद सड़कों पर होने वाले हादसों की निगरानी करने वाली सरकारी संस्था सड़क सुरक्षा समिति ने जारी किया है. मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में हुई समिति की बैठक में यह चौंकाने वाली रिपोर्ट पेश की गई.

इन आंकड़ों के मुताबिक सड़क हादसों से मौत के मामले में उत्तर प्रदेश का जिला रायबरेली सबसे ऊपर रहा. यहां सड़क हादसों में 59% की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं राजधानी लखनऊ की स्थिति और भी गंभीर है. राजधानी में बीते 10 महीनों में कुल हादसे 4,213 से बढ़कर 4,922 हो गए है. यानी सीधे तौर पर 16.8% की छलांग. इन हादसों में मौत की संख्या भी 2,232 से बढ़कर 2,656 हो गई. इसमें 19% की बढ़ोतरी हुई है. वहीं घायल 2,894 से बढ़कर 3,511 हो गए. इनकी संख्या में 21.1% की वृद्धि दर्ज हुई है.

ये रहे जिलावार हादसों के आंकड़े

सड़क सुरक्षा समिति की रिपोर्ट के मुताबिक जिलावार आंकड़ों में रायबरेली 59% हादसों के साथ टॉप पर रहा. इसमें दुर्घटनाएं 397 से बढ़कर 631 दर्ज हुई हैं. इनमें मौतें 234 की अपेक्षा 334 यानी 42.7% बढोत्तरी और घायलों की संख्या 207 से बढ़कर 485 दर्ज हुई. इसमें भी 134.3% वृद्धि हुई है. इसी प्रकार राजधानी लखनऊ में 1,207 से बढ़कर हादसे 1,292 पहुंच गए. यहां हादसों में 7% बढ़ोत्तरी हुई है. यहां मौतें 421 से बढ़कर 489 यानी 16% बढ़कर दर्ज हुई. वहीं घायलों की संख्या 852 से बढ़कर 921 हो गई. इसमें भी 8% की बढोत्तरी है. हरदोई में 22% हादसे बढ़े हैं. वहीं उन्नाव में 19.7% और सीतापुर में 9.2% की बढोत्तरी दर्ज हुई है.

स्मार्ट सिटी कार्यालय में हुई बैठक

सड़क सुरक्षा समिति में सचिव परिवहन विभाग ने ये आंकड़े स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित बैठक में पेश किया. इसमें दावा किया कि राज्य में जनवरी से मई तक ही 13,000 से ज्यादा दुर्घटनाओं में 7,700 से अधिक मौतें हो चुकी हैं. परिवहन विभाग ने इन सभी हादसों के कारण भी बताए हैं. इसमें ज्यादातर सड़क दुर्घटनाओं की वजह रोड इंजीनियरिंग की खामी को बताया है. वहीं कुछ हादसों के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट और ट्रैफिक प्रेशर को कारण बताया गया है.