1971 में क्यों नहीं सील की गई सीमा, इतने साल कहां थे विदेशी नागरिक? मौलाना रजवी ने ‘ऑपरेशन टॉर्च’ पर किए सवाल

उत्तर प्रदेश पुलिस अवैध घुसपैठियों के खिलाफ 'ऑपरेशन टॉर्च' चला रही है. इसके तहत पुलिस झुग्गी वाले इलाक़ों में डाक्यूमेंट्र चेक करने का अभियान चला रही है. वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना रज़वी ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई. पूछा- सीमा 1971 में क्यों नहीं सील की गई?

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना रज़वी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में घुसपैठियों को चिन्हित किया जा रहा है. पुलिस झुग्गी वाले इलाक़ों में डाक्यूमेंट्र चेक करने का ‘ऑपरेशन टॉर्च’ चला रही है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने शुक्रवार को इसपर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अवैध घुसपैठिए की धरपकड़ पर कई अहम सवाल खड़े किए.

मौलाना रजवी का आरोप है कि फिरकापरस्त ताकतें माहौल खराब कर रही हैं. ऑपरेशन टॉर्च के जरिए यूपी के गांव-गांव तलाशी अभियान चल रहा है. उन्होंने सवाल किया कि दशकों पुरानी लापरवाही का ठीकरा आज लोगों पर फोड़ा जा रहा है. सरकार बताए, इतने साल विदेशी नागरिक कहां थे और कार्रवाई तब क्यों नहीं हुई?

मौलाना रज़वी ने सरकारी नीतियों पर किए सवाल

मौलाना रज़वी ने कहा कि 1971 में सीमा क्यों नहीं सील की गई. उन्होंने 1971 से सरकारी नीतियों पर सवाल उठाते हुए चिंता जताई कि फिरकापरस्त ताकतें माहौल खराब कर रही हैं. उन्होंने कहा कि आज सरकार गांव-गांव और झुग्गी वाले इलाक़ों में तलाशी अभियान चला रही है. इससे लोगों में डर है, माहौल खराब हो रही है.

यूपी पुलिस झुग्गी वाले इलाक़ों में ‘ऑपरेशन टॉर्च’ चला रही है. पुलिस रात के अंधेरे में झुग्गी-झोपड़िया में डाक्यूमेंट्र चेक करने का अभियान चला रही है. इसका मकसद अवैध घुसपैठियों की पहचान करना है. इस प्रकिया के तहत झुग्गियों में रह रहे लोग कबसे यहां रह रहे हैं. वो लोग कहां के रहने वाले हैं उस जगह का क्या प्रमाण है, इसकी जांच की जा रही है.

हर जिले में घुसपैठियों के लिए बनेंगे डिटेंशन सेंटर

वहीं, डाक्यूमेंट के अवैध होने पर व्यक्ति को हिरासत में लेकर डिटेंशन सेंटर भेजने की प्रकिया है. यूपी सरकार ने अवैध धुसपैठिए पर कड़ा फैसला किया है. सभी जिलों के डीएम को धुसपैठिए को चिह्नित करने के आदेश हैं. साथ ही हर जिले में घुसपैठियों के लिए डिटेंशन सेंटर बनाने के निर्देश हैं. जिसमे पकड़े गए घुसपैठियों को रखा जाएगा.