बीजेपी पार्षद के बिगड़े बोल, ‘बंदर’ से की IAS की तुलना; बैठक में बवाल
मेरठ में नगर निगम की बोर्ड बैठक में भारी हंगामा देखने को मिला. भाजपा पार्षदों ने नगरायुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बवाल काटा. इस दौरान एक पार्षद ने नगर आयुक्त को बंदर तक बता दिया. इसके बाद नगर आयुक्त बीच बैठक को छोड़ कर निकल गए.

मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में नगर निगम की बोर्ड बैठक में भारी हंगामा हुआ. जिससे अटल सभागार में हुई ये बैठक एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर जमकर हंगामा और नारेबाजी की गई. भाजपा पार्षद उत्तम सैनी ने इस दौरान नगरायुक्त की तुलना बंदर से कर दी. जिससे नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने बैठक छोड़ दी.
आरोप था कि नगर निगम में भ्रष्टाचार हो रहा है और नगर आयुक्त इसमें संलिप्त हैं. हंगामा बढ़ते देख नगर आयुक्त सौरभ गंगवार अपने अधिकारियों के साथ सदन छोड़कर बाहर चले गए. इसके बाद माहौल और गरमा गया. नगर निगम के कर्मचारी और पार्षद आमने-सामने आ गए. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
ठेकेदार से आशीर्वाद लेने का लगाया आरोप
बोर्ड बैठक के दौरान भाजपा पार्षद उत्तम सैनी ने नागरयुक्त सौरभ गंगवार पर गंभीर आरोप लगा दिए. उन्होंने नागरयुक्त पर नगर निगम के एक ठेकेदार से आशीर्वाद लेने का आरोप लगाया, जिसकी फोटो बोर्ड बैठक में भी पार्षदों ने दिखाई. साथ ही स्ट्रीट लाइट का भी मुद्दा उठाया गया. वहीं, पार्षद पवन चौधरी और संजय सैनी ने स्ट्रीट लाइट वापस कर दी.
बैठक शुरू होने से पहले सफाई कर्मचारियों ने भी प्रदर्शन किया जिससे माहौल पहले से तनावपूर्ण था. वहीं, पार्षदों की टिप्पणी से मामला और बिगड़ गया. नागरयुक्त और पार्षद के समर्थकों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नगर निगम कर्मचारियों ने नगरायुक्त के समर्थन में नारेबाजी की और पार्षदों की अमर्यादित टिपण्णी के विरोध बैठक रूम में तालाबंदी की.
बैठक में आगे भी टकराव की आशंका है
महापौर हरिकांत अहलूवालिया भी वहां मौजूद थे. विवाद बढ़ने पर उन्होंने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन तनाव बना रहा. नगर आयुक्त अधिकारियों संग सदन छोड़कर चले गए. महापौर हरिकांत अहलूवालिया अकेले सदन में बैठे रहे. हालांकि बाद में बीजेपी पार्षद ने अमर्यादित टिपण्णी पर खेद जताया. वहीं, बोर्ड बैठक में बवाल की स्थिति बनी हुई है. आगे भी टकराव की आशंका है.