घुसते ही रुकी लिफ्ट तो बाहर झांकने लगा कारोबारी, इतने में चल गई और फंस गया गला; मेरठ में डराने वाला हादसा

मेरठ के सिविल लाइन इलाके में एक भयावह लिफ्ट हादसा हुआ है. इसमें 62 वर्षीय कारोबारी हरविंदर सिंह की लिफ्ट में गर्दन फंसने से मौत हो गई है. कारोबारी के भाई ने बताया कि फैक्ट्री में 10 दिन पहले ही इस लिफ्ट को लगाया गया था. पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया यह तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश के मेरठ की एक लिफ्ट में डराने वाला हादसा हुआ है. यहां लिफ्ट में गर्दन फंसने से एक कारोबारी की मौत हो गई. कारोबारी जैसे ही लिफ्ट में घुसे, अचानक से लिफ्ट बंद हो गई थी. ऐसे में वह माजरा समझने के लिए सिर बाहर निकालकर झांकने लगे. इतने में लिफ्ट चल पड़ी और उसमें गर्दन फंसने से वह बुरी तरह से जख्मी हो गए. आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन अभी तक परिजनों ने कोई शिकायत नहीं दी है. मामला मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में देवीनगर का है. मृत कारोबारी की पहचान हरविंदर सिंह (62) के रूप में हुई है. उनकी शहर में खेल का सामान बनाने की कंपनी है. उन्होंने 10 दिन पहले ही अपनी फैक्ट्री में माल ऊपर से नीचे लाने और ले जाने के लिए लिफ्ट लगवाई थी. शनिवार की शाम को वह इस लिफ्ट से दूसरी मंजिल पर जा रहे थे.

अचानक लिफ्ट चलने से हादसा

इसी दौरान एक बार चलकर लिफ्ट रूक गई. उन्हें कुछ समझ नहीं आया तो सिर बाहर निकालकर देखने लगे. इतने में लिफ्ट चल पड़ी और यह हादसा हो गया. उनके छोटे भाई एवं पूर्व रणजी खिलाड़ी सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खी ने बताया कि पलक झपकते यह हादसा हुआ और उनके भाई हरविंदर को बचने का मौका तक नहीं मिला. इस हादसे के बाद से ही परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. उन्होंने बताया कि उनका भांजा सेना में ब्रिगेडियर बना है और इस समय वह घर आया हुआ है.

परिवार ने नहीं दी शिकायत

इससे परिवार में खुशी थी, लोग जश्न मना रहे थे. इसी बीच यह घटना हो गई और परिवार की सारी खुशियां मातम में बदल गई हैं. सीओ, सिविल लाइन अभिषेक तिवारी के मुताबिक परिवार ने कोई तहरीर नहीं दी है. फिलहाल पुलिस ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हादसा तकनीकी दिक्कतों की वजह से हुआ है. इसलिए लिफ्ट कंपनी को नोटिस दिया जा रहा है.