काल बनकर आई कालका मेल, सगी बहनों समेत 6 की मौत; मिर्जापुर में ट्रैक पार करते समय हादसा

मिर्जापुर में कालका मेल की चपेट में आने से 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए ट्रैक पार कर रहे इन यात्रियों में दो सगी बहनों सहित चार एक ही परिवार के थे. चुनार रेलवे स्टेशन के पास हुए इस हादसे ने कई परिवारों को उजाड़ दिया. जीआरपी ने शवों का पोस्टमार्टम कर जांच शुरू कर दी है.

चुनार स्टेशन पर हादसा Image Credit:

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक भीषण हादसा हुआ है. यहां ट्रेन से उतरकर कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के लिए जा रहे छह लोगों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. इनमें दो सगी बहनों समेत चार लोग एक ही परिवार के थे. ये सभी लोग ट्रेन से उतरने के बाद ट्रैक पार करने की कोशिश कर रहे थे. इतने में सामने से कालका मेल ट्रेन आ गई और यह सभी लोग उसके नीचे आ गए. यह हादसा मिर्जापुर के चुनार रेलवे स्टेशन जंक्शन का है.

जानकारी के मुताबिक राजगढ़ इलाके में खम्हरिया गांव के रहने वाली सविता अपने तीन भतीजियों के साथ चुनार गंगा स्नान करने निकली थी. वह सुबह तड़के घर से चली और लूसा रेलवे स्टेशन से ट्रेन गोमो चोपन पैसेंजर पड़कर चुनार रेलवे स्टेशन जंक्शन पहुंची. गलती से वह यहां प्लेटफॉर्म नंबर चार पर उतरने की बजाय रेलवे ट्रैक की तरफ उतरकर प्लेटफार्म नंबर तीन की ओर जा रही थी. इसी दौरान तेज रफ्तार में कालका मेल आ गई.

उस समय काफी लोग ट्रैक पार कर रहे थे. इनमें से छह लोग ट्रेन की चपेट में आ गए. वहीं कई अन्य लोग जल्दी जल्दी भागने के चक्कर में गिरकर चोटिल हो गए. जीआरपी के मुताबिक इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है. इनमें दो सगी बहनों समेत चार लोग एक ही परिवार के हैं. इनकी पहचान सविता, उसकी भतीजी अंजू, शिवकुमारी और साधना के रूप में हुई है. इनमें शिवकुमारी और साधना दोनों सगी बहनें हैं.

जीआरपी ने कराया पोस्टमार्टम

घटना के बाद मौके पर पहुंची जीआरपी ने सविता के परिजनों को सूचना दी और उनकी मौजूदगी में सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया. इस मौके पर सविता के देवर श्यामलाल ने बताया कि उनकी भाभी ने कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान की भखौती की थी. वह स्नान के लिए चलने लगी तो परिवार की तीन लड़कियां भी उनके साथ हो लीं. उन्होंने कहा कि वह खुद इन्हें लूसा स्टेशन पर ट्रेन में बैठाकर आए थे. उन्हें क्या मालूम था कि यह हादसा हो जाएगा.