योगी राज में कल्याण सिंह के नाम पर बनने जा रहा 76वां जिला, जानें मायावती-अखिलेश ने कितने बनाए

योगी सरकार उत्तर प्रदेश में 76वां जिला पूर्व सीएम कल्याण सिंह के नाम पर बनाने की तैयारी में है. सरकार की पहल पर राजस्व परिषद ने इसकी फिजिबिल्टी रिपोर्ट मांगी है. इसलिए यह जान लेना जरूरी है कि पूर्ववर्ती सरकारों में मायावती ने SC महापुरुषों के नाम पर 3 जिले बनाए थे, जिन्हें अखिलेश यादव ने सत्ता में आते ही बदल दिया था.

यूपी में बनेगा नया जिला Image Credit:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन काल में प्रदेश के 76वें जिले के गठन की तैयारी शुरू हो गई है. पूर्व सीएम कल्याण सिंह के नाम पर प्रस्तावित इस जिले को लेकर राजस्व परिषद ने संबंधित जिलों से फिजिबिल्टी रिपोर्ट मांग ली है. मंडलायुक्त के जरिए इन जिलों के डीएम ने अपनी रिपोर्ट भेज भी दी है. ऐसे में बहुत संभव है कि कैबिनेट की अगली बैठक में सरकार इस प्रस्ताव पर कोई फैसला ले ले. ऐसे में लगे हाथ यह भी जान लेना जरूरी है कि पूर्ववर्ती सरकारों में कब और कितने जिले बने.

शुरू करते हैं मायावती के साल 2007 में बनी सरकार से. वैसे तो पूर्व सीएम मायावती उत्तर प्रदेश को ही चार राज्यों में बांटने की तैयारी में थीं. इसके लिए उन्होंने चारों प्रस्तावित राज्यों का प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेज भी दिया था. हालांकि केंद्र ने इस पर विचार ही नहीं किया. ऐसे में मायावती ने साल 2012 में हुए विधानसभा चुनावों से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में तीन नए जिलों का गठन कर दिया. इन जिलों का नामकरण एससी समाज के महापुरुषों के नाम पर किया गया. इनमें कांशीराम नगर, महामाया नगर और ज्योतिबा फुले नगर शामिल हैं.

क्या था पुराना नाम?

पूर्व सीएम मायावती ने कासगंज को कांशीराम नगर तो जिला बनाया तो हाथरस को महामाया नगर और अमरोहा को ज्योतिबा फुले नगर नाम दिया था. हालांकि साल 2012 के चुनाव में जब मायावती की सरकार चली गई और अखिलेश यादव ने सत्ता संभाली तो उन्होंने एक साल के अंदर ही इन तीनों जिलों के नाम बदलकर पूर्ववत कर दिए. इसी के साथ अखिलेश यादव ने मायावती द्वारा अन्य पांच जिलों के नाम बदले गए थे, उन्हें भी पूर्ववत कर दिया था. इनमें छत्रपति शाहूजी महाराज नगर (अमेठी) जिले का नाम बदलकर पहले की तरह गौरीगंज तो रमाबाई नगर को फिर से कानपुर देहात और भीमनगर को बहजोई बना दिया गया. इसी प्रकार प्रबुद्ध नगर को भी अपना पुराना नाम शामली मिला तो पंचशील नगर पहले की तरह ही हापुड हो गया.

अखिलेश यादव पर लगातार हमलावर है मायावती

पूर्व सीएम मायावती आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए एक बार फिर एक्टिव हो गई हैं. इसी क्रम में वह लगातार समाजवादी पार्टी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर हमलावर भी है. इसी क्रम में पिछले दिनों उन्होंने अपने बनाए तीन जिलों का जिक्र करते हुए सपा की पीडीए वाली नीति पर जोरदार हमला बोला था. उन्होंने सीधा सवाल पूछा था कि यदि वह दलितों के प्रति इतने ही संवेदनशील हैं, तो SC समाज के महापुरुषों के नाम पर बनाए जिलों के नाम क्यों बदले?