कांवड़ में शामिल हुए, सेवा की, मुस्लिम विधायक ने पेश की भाईचारे की मिशाल
जहां एक तरफ कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक झगड़ों की एक के बाद एक फेहरिस्त सामने आ रही है, तो इसी बीच एक ऐसी भी तस्वीर सामने आई है, जहां एक मुस्लिम विधायक ने हिंदू- मुस्लिम एकता की बेहतरीन तस्वीर पेश की है. ये तस्वीर बहुत कुछ बयां करती है. आखिर क्या है पूरी कहानी आपको विस्तार से बताते हैं.

उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसके बाद लोग हिन्दू- मुस्लिम की एकता की मिशाल दे रहे हैं. यहीं के बिलारी विधासभा क्षेत्र के सपा के विधयक मोहम्मद फहीम इरफान ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर कांवड़ियों की सेवा कर सामाजिक सौहार्द का एक उदाहरण पेश किया है. सावन के इस पवित्र महीने में, जब लाखों शिवभक्त गंगा से जल भरने के लिए कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं. वे सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हुए पवित्र गंगाजल से बाबा का अभिषेक करते हैं.
इन मार्गों पर हजारों भक्त रोजाना निकलते हैं. इसी मौके पर सपा विधायक फहीम इरफान ने न केवल श्रद्धालुओं के लिए फल और अन्य आवश्यक सामग्री का बंदोबस्त किया बल्कि वे उनके साथ कांवड़ यात्रा में चलते भी नजर आए. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
सेवाभाव की नई मिशाल
विधायक फहीम इरफान की ये पहल इसलिए अहम मानी जा रही है, क्योंकि जहां एक तरफ धार्मिक टकराहट के नए- नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में एक मुस्लिम विधायक द्वारा हिंदू तीर्थयात्रियों की सेवा करना धार्मिक सीमाओं से परे मानवता और सेवाभाव की नई बानगी पेश करता दिखाई दे रहा है. इसके चलते समाज में आपसी भाईचारे को कहीं न कहीं मजबूती मिलती दिखाई दे रही है. कांवड़ियों ने विधायक के इस कदम की काफी तारीफ की और इसे सराहनीय बताया है.
आ रहीं मिलीजुली प्रतिक्रयाएं
जब से ये तस्वीरें सामने आई हैं, इसपर लोगों की मिली- जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. कुछ लोग इसे सेवा और भाईचारे की दिशा में कदम करार दे रहे हैं, तो वहीं कुछ लोगों ने इसे सपा विधायक की सोची- समझी रणनीति के तहत किया गया काम करार दिया है. लोगों का ये भी कहना है कि सपा विधायक ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे खुद को हिन्दुओं के बीच एक सॉफ्ट नेता के तौर पर पेश करना चाहते हैं और इसके जरिए उनका मकसद बस एक ही है, वो है राजनैतिक लाभ हासिल करना. फिलहाल लोगों का अपना- अपना मानना है. फिर भी अगर राजनैतिक गलियारों की चर्चा को छोड़ दें तो ज्यादातर लोग विधायक के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं.



