मुरादाबाद में वाहन पकड़े जाने पर भड़के किसान, सेल टैक्स के ऑफिस पर लगाया ताला; रिश्वत के आरोप

मुरादाबाद में भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने सेल टैक्स विभाग कार्यालय में तालाबंदी कर दी. यह विरोध एक किसान कार्यकर्ता के वाहन को कथित टैक्स चोरी के आरोप में जब्त करने और भारी पेनाल्टी लगाने के बाद भड़का. किसान विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं और धरने पर बैठ गए हैं.

मुरादाबाद: किसानों ने सेल टैक्स विभाग में की तालाबंदी

मुरादाबाद में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं और सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को सेल टैक्स विभाग में जमकर हंगामा किया. किसानों ने विभाग में तालाबंदी करते हुए कर्मचारियों को बाहर जाने से रोक दिया. साथ ही परिसर में धरने पर बैठ गए. किसान अपने कार्यकर्ता के वाहन पकड़े जाने पर आक्रोशित हैं.

दरअसल, विभाग की टीम ने किसान संगठन के एक कार्यकर्ता के वाहन को पकड़ा है. साथ ही उसपर भारी पेनाल्टी लगा दी है. इस कार्रवाई से किसान संगठन नाराज है और वाहन छोड़ने की मांग कर रहे हैं. पुलिस के समझाने के बावजूद किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं. जबकि विभाग का कहना है कि माल किसान का नहीं था.

विभाग पर रिश्वत के आरोप, किसानों का धरना

पुलिस अधिकारी किसानों को शांत कराने का प्रयास करते रहे हैं. लेकिन किसान परिसर में ही धरने पर बैठ गए हैं. साथी ही विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. लंबे समय तक चली वार्ता के बाद भी किसान विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. किसानों ने विभाग पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है.

किसानों का कहना है कि वाहन को तीन दिन पहले पकड़ा गया, पहले 50 हजार की मांग की गई. अगले दिन एक लाख रुपए कर दिया गया और अब 2 लाख पेनाल्टी भरने के कह रहे हैं. बताया जा रहा है कि किसान यूनियन के पदाधिकारी इस मामले को लेकर उच्चाधिकारियों से भी शिकायत दर्ज कराने की तैयारी में हैं.

ऐसे मामलों में 118% टैक्स बनाता है- अपर आयुक्त

राज्य कर मुरादाबाद मंडल के अपर आयुक्त ग्रेड-1 अशोक कुमार सिंह ने बताया कि आयरल स्क्रैब की गाड़ी रोकी गई है, जिसका किसानों से कोई लेना देना नहीं है. ट्रेक्स चोरी का माल था, इसपर 1.50 लाख पेनाल्टी बनती थी. उनका कहना है कि किसान का गाड़ी होना अलग बात है, लेकिन इसमें किसान का माल नहीं था.

किसान ने कहा कि जितना पेनाल्टी लगा है, उतने की तो माल भी नहीं है. इसपर उन्होंने कहा कि कोई भी कहेगा उसपर कम पेनाल्टी लगाया जाय. चार टन माल है, अधिकारियों ने उसकी के हिसाब से टैक्स लगाया है. उनका कहना है कि इस केस में 118 प्रतिशत टैक्स लगाया जाता है. वहीं, घंटों से कर्मचारी विभाग के प्रांगण में बंद हैं. किसानों का धरना अभी भी जारी है.