नशीले कफ सिरप केस का जेल कनेक्शन, वार्डन निकला बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह का करीबी, हैरान कर देगा ये खुलासा
नशीले कफ सिरप केस में एक बड़ा खुलासा हुआ है. लखनऊ के मॉडल जेल के वार्डन महेंद्र प्रताप सिंह की एसटीएफ के बर्खास्त सिपाही के साथ करीबी होने की बात सामने आ रही है. इस बीच इस कांड के मुख्य सरगना शुभम जायसवाल के साथ महेंद्र प्रताप सिंह की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं.
नशीले कफ सिरप कांड में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब लखनऊ मॉडल जेल (आदर्श कारागार) में तैनात जेल वार्डन महेंद्र प्रताप सिंह की बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह से नजदीकियों की बात सामने आ रही है. इसको लेकर 06 दिसंबर यानी शनिवार की देर रात DG जेल पीसी मीना के निर्देश पर वार्डन महेंद्र को तत्काल निलंबित कर दिया गया.
जानकारी को मुताबिक 06 दिसंबर यानी शनिवार की शाम सोशल मीडिया पर कफ सिरप कांड के मुख्य सरगना शुभम जायसवाल के साथ जेल वार्डन महेंद्र प्रताप सिंह की कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए. इनमें दोनों को साथ में हंसते-बोलते देखा जा सकता है . इसी वीडियो ने पूरे मामले को तूल दे दिया. मामला DG जेल तक पहुंचते ही तुरंत एक्शन लिया गया,
पत्नी के खाते में लाखों का लेन-देन का आरोप
बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह की तरफ से जेल वार्डन महेंद्र की पत्नी के बैंक खाते में लाखों रुपये का लेन-देन की बात सामने आ रही है. महेंद्र प्रताप सिंह गिरोह की 9777 सीरीज वाली सफेद लग्जरी SUV से घूमते भी पाए गए. अब उनपर कफ सिरप गिरोह के साथ संपर्क और संभावित सहायता के गंभीर आरोप लग रहे हैं.
कफ सिरप गिरोह के साथ संबंध के आरोप में वरिष्ठ जेल अधीक्षक (मुख्यालय) शशिकांत सिंह ने रात में ही महेंद्र प्रताप सिंह के निलंबन का आदेश जारी कर दिया. मॉडल जेल के प्रभारी अधीक्षक राजेश पांडेय ने भी मुख्यालय को तुरंत अपनी रिपोर्ट भेजी थी.
महेंद्र प्रताप सिंह के बाहुबलियों से पुराने रिश्ते
जांच में सामने आया है कि महेंद्र प्रताप सिंह का बाहुबलियों से पुराना नाता रहा है. उन्नाव जिला जेल में तैनाती के दौरान वह कुलदीप सिंह सेंगर (निरुद्ध पूर्व विधायक) के काफी करीब थे. बताया जा रहा है कि सेंगर के जेल जाने के बाद उनकी नजदीकी पूर्वांचल के एक पूर्व सांसद से बढ़ गई.
अभी होंगे और भी बड़े खुलासे!
DG जेल ने साफ निर्देश दिए हैं कि मामले की तह तक जाकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए. विभागीय जांच को तेज कर दिया गया है और जल्द ही और भी खुलासे होने की संभावना है. फिलहाल बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह लखनऊ जिला जेल में बंद है. उसपर मॉडल जेल से सटी कोठरी से गिरोह चलाने के भी आरोप लग रहे हैं.
गहरी जड़ें जमा चुका है कफ सिरप का ये धंधा
यह मामला न केवल जेल प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहा है, बल्कि यह भी बता रहा है कि नशीले कफ सिरप का धंधा कितनी गहरी जड़ें जमा चुका है. पुलिस से लेकर जेलकर्मी तक इसमें लिप्त दिख रहे हैं. आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े और सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं.
