3 टीचर्स के नाम हाथ पर लिख छत से कूदी छात्रा, ऐसे बची जान; हैरान कर देगी कहानी

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक छात्रा ने तीन शिक्षिकाओं के उत्पीड़न से तंग आकर छत से छलांग लगा दी. गनीमत रही कि वह घर के पास खड़ी गाड़ी पर गिरी और उसकी बच गई. हालांकि इस घटना में वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई हे. छात्रा ने कूदने से पहले अपने हाथ पर शिक्षिकाओं के नाम लिखे थे. इस संबंध में परिजनों ने शिक्षिकाओं और स्कूल प्रबंधक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

मुरादाबाद के स्कूल में छात्रा ने किया सुसाइड का प्रयास

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में अपनी टीचर्स की प्रताड़ना से तंग आकर एक छात्रा ने छत से कूदकर जान देने की कोशिश की. गनीमत रही कि वह नीचे सामान लदी गाड़ी में गिरी. इससे उसकी जान तो बच गई, लेकिन उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. इस घटना के बाद छात्रा के परिजनों ने तीनों टीचर्स के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

परिजनों के मुताबिक शहर के एक पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली इस छात्रा ने पिछले दिनों स्कूल में पढ़ाई नहीं होने की शिकायत की थी. इस संबंध में उसने स्कूल के प्रबंधक पुरुषोत्तम सिंह को बताया था कि तीन टीचर्स सोनिया, शिखा और अरुणिमा पढ़ाने के नाम पर केवल खानापूर्ति करने आती हैं. इस शिकायत पर प्रबंधक ने टीचर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बता दिया कि इस छात्रा ने शिकायत दी है. इसके बाद तीनों टीचर्स ने क्लासरूम में छात्रा को प्रताड़ित किया.

टेंशन में थी छात्रा

परिजनों ने बताया कि टीचर्स की प्रताड़ना की वजह से उनकी बेटी टेंशन में आ गई थी. उसने घर आकर अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की कहानी भी बताई, लेकिन किसी को यह उम्मीद नहीं थी कि वह छत से कूद जाएगी. पुलिस के मुताबिक इस टेंशन की वह से बच्ची ने रविवार की रात करीब आठ बजे अपने घर की छत से नीचे कूद गई. इससे पहले उसने अपने हाथ पर तीनों शिक्षकों का नाम भी लिखा था. गनीमत रही कि नीचे खड़ी गाड़ी पर गिरने से उसकी जान बच गई.

जांच में जुटी पुलिस

परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने स्कूल प्रबंधक के साथ तीनों टीचर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह के मुताबिक मामले की जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई होगी. वहीं इस घटना के बाद स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने भी दिशा निर्देश जारी किए हैं.