लखनऊ में बनेगा एक और फ्लाईओवर, तीन साल पहले किया वादा अब पूरा करेगी सरकार
लखनऊ का तेलीबाग चौराहा अपने भीषण जाम के लिए प्रसिद्ध है. इधर से आने जाने वाले यात्री अक्सर ट्रैफिक में घंटों फंसे रहते हैं. इस स्थिति को देखते हुए अब सरकार ने तेलीबाग फ्लाईओवर को बनाने की मंजूरी दे दी है. इसके लिए 161 करोड़ रुपये का एस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है.

राजधानी लखनऊ के तेलीबाग में लंबे समय से भीषण जाम की समस्या है. इससे निजात पाने के लिए सरकार अब अपने 3 साल पुराने वादे को पूरा करने जा रही है. 3 साल से लंबित तेलीबाग फ्लाईओवर परियोजना को हरी झंडी मिल गई है. इसे बनाने की लागत 161 करोड़ रुपये तय की गई है. इसके बनते ही तेलीबाग चौराहे पर रोजाना मिलने वाले जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही लोग बिना देरी से तय समय पर ही अपने गंतव्य को पहुंच जाएंगे.
15 दिन पहले शासन के निर्देश पर सेतु निगम ने तेलीबाग चौराहे का नए सिरे से सर्वे किया. इसके निर्माण के लिए 161 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर मंजूरी के लिए भेज दिया था. अब इसे कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा. साथ ही बेहद जल्द इसे बनाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा. इस फ्लाईओवर के बनते ही लाखों लोगों के लिए समय की बचत होगी और असुविधा से भी बचे रहेंगे.
161 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा फ्लाईओवर
तेलीबाग चौराहे पर लगने वाले भीषण जाम की समस्या को देखते हुए सरकार ने इस फ्लाईओवर के निर्माण की घोषणा की थी. तब इसका सर्वे भी किया था. इसकी लागत 145 करोड़ रुपये आंकी गई थी. किन्हीं कारणों से उस समय इसे मंजूरी नहीं मिल पाई थी. अब नए सर्वे के बाद लागत बढ़कर 161 करोड़ रुपये हो गई है. इस फ्लाईओवर की लंबाई तकरीबन 850 मीटर होगी.

तेलीबाग चौराहे से रोजाना गुजरते हैं 1 लाख से ज्यादा वाहन
तेलीबाग चौराहे पर आलमबाग, कैंट, वृंदावन कालोनी सहित 6 सड़कें मिलती है. इसके चलते यहां भारी यातायात का दबाव रहता है. सेतु निगम के मुताबिक एक दिन में यहां से तकरीबन 1 लाख से ऊपर छोटे-बड़े वाहन गुजरते होंगे. एसजी पीजीआई अस्पताल जाने वाले वाहन भी इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में इस भीषण जाम के चलते यात्रियों और मरीजों को बड़ी दिक्कत झेलनी पड़ती है.
लखनऊ के इन हिस्सों में जाना हो जाएगा आसान
तेलीबाग फ्लाईओवर के बनते ही रायबरेली रोड, आलमबाग रोड, छावनी क्षेत्र, वृंदावन कॉलोनी और एसजी पीजीआई अस्पताल आने-जाने वाले लोगों को जाम से छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही आगरा एक्सप्रेसवे और कानपुर से आने-जाने वाले वाहनों का दबाव भी कम होगा. लखनऊ कैंट से रायबरेली रोड और आलमबाग वीआईपी रोड से शहीद पथ तक जाना भी बिना ट्रैफिक जाम के आसान हो जाएगा.