मुजफ्फरनगर: डीएवी कॉलेज में छात्र ने खुद को लगाई आग, हालत गंभीर; प्रिंसिपल पर उत्पीड़न का आरोप
मुजफ्फरनगर के डीएवी कॉलेज में एक छात्र ने खुद को आग लगा ली. बीए थर्ड सेमेस्टर के छात्र ने फीस के दबाव और उत्पीड़न से परेशान होकर यह कदम उठाया. आरोप है कि प्रधानाचार्य और पुलिसकर्मियों ने उससे दुर्व्यवहार किया. छात्र गंभीर रूप से घायल है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. परिजन न्याय मांग रहे हैं.
मुजफ्फरनगर में बुढाना कोतवाली क्षेत्र स्थित डीएवी कॉलेज में शनिवार को एक छात्र ने आत्महत्या का प्रयास किया. छात्र ने कॉलेज परिसर में पेट्रोल छिड़क कर खुद को आग लगा ली. साथी छात्रों ने बड़ी मुश्किल से अपने स्कूल बैग की मदद से आग को बुझाया. लेकिन तब तक छात्र जल का गंभीर रूप से घायल हो गया था. छात्र गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है.
घायल छात्र का नाम उज्जवल राणा है और वह थर्ड सेमेस्टर में पढ़ता है. उसने फीस के दबाव और उत्पीड़न से परेशान होकर यह कदम उठाया. एक दिन पहले उसने एक वीडियो भी जारी किया थी. जिसमें कॉलेज के प्रिंसिपल और कुछ पुलिसकर्मियों पर मारपीट और गाली-गलौच का आरोप लगाया था. साथ ही आत्महत्या के लिए उकसाने का जिम्मेदार बताया था.
कॉलेज फीस का बनाया जा रहा था दबाव
जानकारी के मुताबिक, उज्जवल राणा को थर्ड सेमेस्टर की 7 हज़ार रुपये फीस जमा करनी थी. जिसमें से उसने 1750 रुपए जमा कर दिए गए थे. लेकिन बाकी 5250 रुपये के लिए कॉलेज में लगातार उस पर दबाव बनाया जा रहा था. उसने जारी वीडियो में कॉलेज के प्रिंसिपल प्रदीप कुमार और कुछ पुलिसकर्मियों पर गाली-गलौज और पिटाई करने का आरोप लगाया है.
छात्र ने वीडियो में कहा, ‘मैं गरीब असहाय जो छात्र फीस जमा नहीं कर पाते, अपने एग्जाम फॉर्म नहीं जमा करने के लिए उनकी आवाज उठाई थी. इसकी सजा मुझे मेरा अपमान कर और डरा धमकाकर की गई. मैंने न्याय की बात की तो कॉलेज ने पुलिस बुला ली. पुलिस से मुझे न्याय की उम्मीद थी लेकिन उन्होंने भी मुझे गालियां दी और डराने धमकाने की कोशिश की.’
अगर मैं आत्महत्या करता हूं तो…
पीड़ित छात्र ने आगे कहा, ‘इन सब के शब्दों से मेरी आत्मा को ठेस पहुंचा. मुझे इतना तोड़ दिया गया है मेरी ईमानदारी और कानून के प्रति सच्चाई की कड़ी टूट गई है. अगर मैं आत्महत्या करता हूं तो प्रिंसिपल प्रमोद कुमार, पुलिसकर्मी नंदकिशोर, एसआई धर्मवीर और विनीत इसके लिए उकसाने का जिम्मेदार होंगे.’ वहीं, कॉलेज परिसर में हुई इस घटना से हड़कंप है.
कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठे परिजन
सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि दोपहर करीब 1 बजे थाना पर एक महिला द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया. उसमें अपने छोटे भाई की आत्महत्या करने की कोशिश की खबर दी. इसके बाद तुरंत पुलिस द्वारा घायल छात्र को सीएससी बुढ़ाना लाया गया. इसके बाद छात्र को डॉक्टरों ने हायर सेंटर मेरठ रेफर कर दिया है. वहां पर हमारे दो सब इंस्पेक्टर मौजूद है.
उन्होंने बताया कि डॉक्टर के अनुसार छात्र अब खतरे से बाहर है. सीओ बुढ़ाना ने कहा कि पीड़ित छात्र को उकसाने में जो भी व्यक्ति शामिल है, उसके खिलाफ कठोरता कार्रवाई की जाएगी. वहीं छात्र के परिजन ग्रामीणों के साथ मिलकर कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठ गए हैं. परिजनों के द्वारा आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की जा रही है.