शारदा यूनिवर्सिटी में मेडिकल छात्रा ने किया सुसाइड, हॉस्टल में फंदे से लटकी मिली लाश; सुसाइड नोट में बताई वजह

ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय में एक मेडिकल छात्रा ने आत्महत्या कर ली. उसके सुसाइड नोट में दो प्रोफेसरों पर मानसिक तौर पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने दोनों प्रोफेसरों को गिरफ्तार कर लिया है और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया है. छात्रों के यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

शारदा यूनिवर्सिटी में छात्रा ने किया सुसाइड

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में एक मेडिकल छात्रा ने सुसाइड कर लिया है. छात्र का शव शुक्रवार की देर शाम उसके हॉस्टल में फंदे से लटका मिला है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. वहीं मौके से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसरों डॉक्टर शैरी वशिष्ठ और महेंद्र सिंह चौहान को अरेस्ट कर लिया है. वहीं यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने भी इन दोनों प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया है.

पुलिस के मुताबिक मृत छात्रा की पहचान ज्योति के रूप में हुई है. वह यहां शारदा यूनिवर्सिटी के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में रहकर बीडीएस सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी. उसे यहां 12 मंजिल पर रूम अलॉट हुआ था. उसने अपने इसी कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी है. गुरुग्राम की रहने वाली ज्योति ने मौत को गले लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है. पुलिस ने उसके कमरे से सुसाइड नोट कब्जे में लेकर इसकी जांच शुरू कर दी है.

अरेस्ट हुए दोनों प्रोफेसर

इस सुसाइड नोट में ज्योति ने दोनों प्रोफेसरों पर संगीन आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही उसने यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उसने लिखा है कि लंबे समय से उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा था. यह प्रताड़ना अब उसके बर्दाश्त के बाहर हो गया है. इस सुसाइड नोट को देखने के बाद पुलिस ने रात में ही दोनों प्रोफेसरों को हिरासत में ले लिया था. वहीं, जरूरी पूछताछ के बाद पुलिस ने इन दोनों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

छात्रों ने काटा हंगामा

घटना और मौके पर मिले सुसाइड में लिखी बातें सामने आने के बाद छात्रों ने शुक्रवार की देर रात यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा किया. छात्रों का आरोप है कि फेक सिग्नेचर का आरोप लगाकर ज्योति पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही थी. इसकी वजह से वह तनाव में थी. इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से छात्रों को समझा बुझाकर शांत कराया. एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार के मुताबिक मामले की जांच शुरू कर दी गई है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई होगी.