अब नोएडा गोल्फ कोर्स प्रोजेक्ट में तेजी से होगा काम, विकास के लिए 40 करोड़ का टेंडर हुआ मंजूर
उत्तर प्रदेश में नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 151ए में 113.87 एकड़ में फैले अंतर्राष्ट्रीय गोल्फ कोर्स परियोजना के बचे हुए काम को पूरा करने के लिए 40 करोड़ रुपये का नया टेंडर लाएगा, ताकि 2022 से पेंडिंग पड़े हुए इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम किया जा सके. इस प्रोजेक्ट में पुराने ठेकेदार, कश्यपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, को बार-बार देरी और केवल 68 प्रतिशत काम पूरा करने के कारण ब्लैक लिस्ट कर दिया गया.

उत्तर प्रदेश के नोएडा में 113.87 एकड़ में फैले अंतर्राष्ट्रीय गोल्फ कोर्स के बचे हुए प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 40 करोड़ रुपये के नए टेंडर को पारित करने की तैयारी है. नोएडा प्राधिकरण की ओर से इसकी जानकारी दी गई है.
सेक्टर 151ए में अंतर्राष्ट्रीय गोल्फ कोर्स के बचे हुए काम को अंतिम रूप देने हेतु इस टेंडर को लाया जाना है. परियोजना के लिए 40 करोड़ के लिए शुरुआती तौर पर मंजूरी मिल गई है. प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लोकेश एम. ने बताया कि हम गोल्फ कोर्स प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए ये फैसला लिया है.
पिछले ठेकेदार को किया ब्लैक लिस्ट
इस प्रोजेक्ट के पुराने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. ऐसा इसलिए क्योंकि वो काम में दिए गए समय के मुताबिक देरी कर रहा था. अधिकारियों ने बताया कि सीईओ की तरफ से स्वीकार किए जाने के बाद इस प्रोजेक्ट पर जल्दी और तेजी से काम किया जाना है ताकि, पिछले कुछ समय में हुई देरी के बाद भी इस योजना को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके. गोल्फ कोर्स परियोजना को जुलाई 2021 में शुरू किया गया था. इस प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपये के खर्च होने का अनुमान लगाया गया था. इसके साथ ही इस प्रोजेक्ट को पूरा होने के लिए समय सीमा जून 2022 तय की गई थी.
बार-बार देरी के कारण, प्राधिकरण ने समय सीमा को कई बार बढ़ाया और समय सीमा को 30 जून, 2025 तक कर दिया था.इन छूटों के बावजूद, ठेकेदार, कश्यपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से काम को समय पर पूरा नहीं किया जा सका. जब जुलाई में इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया गया तो मात्र 68 प्रतिशत ही काम पूरा हो सका था. इस प्रोजेक्ट में लगभग 40 करोड़ रुपये और खर्च किए जाने हैं, इस वजह से इसके बाकी के काम में और देरी हो गई.
फर्म पर की गई कार्रवाई
फिलहाल नोएडा प्राधिकरण की ओर से फर्म के साथ कॉन्ट्रैक्ट को खत्म कर दिया है. इसके साथ ही उसे दो साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया. इसके साथ ही उसके पास जमा पैसे और प्रदर्शन गारंटी जब्त कर लिया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि ठेकेदार ने बार-बार दिए गए अनुस्मारक और नवंबर 2024 और जून 2025 में जारी किए गए. उन्होंने दो कारण बताओ नोटिसों को भी नज़रअंदाज़ करते हुए धीरे-धीरे अपने कर्मचारियों और मशीनरी को साइट से हटा लिया. प्राधिकरण ने कहा कि उनके जवाब असंतोषजनक थे और प्रगति को रोकने वाली निष्क्रियता को उचित ठहराने में विफल रहे.