गंगा एक्सप्रेसवे: 11 नहीं अब लगेंगे सिर्फ 5 घंटे… पश्चिमी UP से दूर नहीं इलाहाबाद HC

उत्तर प्रदेश का गंगा एक्सप्रेसवे ओपनिंग को तैयार है, जिसका उद्घाटन जल्द ही पीएम मोदी करेंगे. यह देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है जो पश्चिमी यूपी को पूर्वी यूपी से जोड़ेगा. मेरठ से प्रयागराज का सफर अब मात्र 8.5 घंटे में होगा, जिससे माघ मेला यात्रियों और हाईकोर्ट जाने वालों को बड़ी राहत मिलेगी.

गंगा एक्सप्रेसवे Image Credit:

उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है. देश के इस दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का लोकार्पण अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं. संभवत: पौष पूर्णिमा या मकर संक्रांति के दिन इस एक्सप्रेसवे का लोकार्पण हो. इस एक्सप्रेसवे से पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश में आने जाने का समय बहुत कम हो गया है. खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए यह एक्सप्रेसवे लाइफलाइन बनने वाला है. नोएडा-गाजियाबाद और मेरठ आदि से लोग सुबह चलकर बड़े आराम से 10 बजे तक हाईकोर्ट पहुंच सकेंगे और अपना मुकदमा देखकर देर शाम तक अपने घर भी लौट सकेंगे.

इस एक्सप्रेसवे के शुरू होते ही सबसे बड़ा फायदा माघ मेला स्नान करने वालों को मिलेगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग इस सड़क से बड़े आराम से प्रयागराज पहुंच सकेंगे और त्रिवेणी में डुबकी लगाने के बाद वापस भी लौट सकेंगे. इसके लिए ना तो उन्हें कहीं जाम से जूझना होगा और ना ही पहले की तरह 11 से 12 घंटे तक की लंबी यात्रा करनी होगी. मेरठ में यह एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर हाइवे (NH-334) के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज में दिल्ली-कोलकाता जीटी रोड (NH 19) पर जुदापुर दादू गांव में खत्म होगा.

सफर में कितना लगेगा समय?

गंगा एक्सप्रेसवे की कुल दूरी 594 किमी है और स्पीड लिमिट 120 किमी प्रतिघंटा है. इस एक्सप्रेसवे पर सफर का कैलकुलेटेड समय महज पांच घंटे है. हालांकि यूपीडा ने सफर का आडियल साढ़े छह घंटे बताए हैं. स्पीड और अन्य अवरोधों की वजह से यदि थोड़ा बहुत विलंब भी होगा तो आप 7 घंटे में इस एक्सप्रेसवे पर सफर पूरा कर सकते हैं. अब सवाल है कि मेरठ के परतापुर से प्रयागराज में संगम या हाईकोर्ट जाने में कितना समय लगेगा?

साढ़े आठ घंटे में पूरा होगा सफर

इसका जवाब ढूंढने पर पता चलता है कि मेरठ के परतापुर से बिजौलीगांव स्थित जीरो पॉइंट की दूरी करीब 9 किमी है. चूंकि यहां हैवी ट्रैफिक होती है, ऐसे में यह दूरी करीब 40 मिनट में पूरी होगी. इसके बाद 7 घंटे एक्सप्रेसवे पर लगेगा. फिर जुदापुर दादू गांव स्थित इंड पॉइंट पर पहुंचने के बाद संगम और हाईकोर्ट दोनों ही करीब 7 से 10 किमी की दूरी पर हैं. यहां भी ट्रैफिक की वजह से इस दूरी को तय करने में 40 मिनट का समय लग सकता है. ऐसे में मेरठ के परतापुर से संगम या हाईकोर्ट जाने में करीब साढ़े 8 घंटे का वक्त लग सकता है. इसी प्रकार सहारनपुर और मुरादाबाद से भी यह दूरी महज 8 घंटे में पूरी हो सकती है.

अभी कितना लगता है समय?

मेरठ से आज के समय में प्रयागराज जाने के लिए एनएच 34 से लगभग 685 किमी का सफर तय करना होता है. इस दूरी को तय करने में 11 घंटे समय लगता है.इसी प्रकार आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे के रास्ते सफर करने पर कुल 697 किमी चलना होगा और इसमें साढ़े 13 घंटे का समय लगता है. इसी प्रकार नोएडा से प्रयागराज जाने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे और एनएच 19 के रास्ते 655 किमी का सफर तय करने में 10 घंटे लगता है. जबकि सहारनपुर से एनएच 19 के रास्ते यह दूरी करीब 846 किमी है और इसे तय करने में 13 घंटे लगते हैं. इसी प्रकार मुरादाबाद से प्रयागराज महज 552 किमी ही है, लेकिन यह सफर तय करने में 11 घंटे लग जाते हैं.

नोएडा-गाजियाबाद वालों के लिए क्या?

नोएडा-गाजियाबाद से लोग मेरठ एक्सप्रेसवे के रास्ते चलकर हापुड़ में गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकते हैं. इसके अलावा दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के 5वां खंड (गाजियाबाद के जैनुद्दीनपुर से होते हुए तलहैटा, चूड़ीयाला के बीच से निकल रहा एक्सप्रेसवे ) मेरठ के पास गंगा एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करेगा. इस एक्सप्रेसवे से नोएडा के सेक्टर 62 से चलकर गंगा एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में करीब 55 मिनट का समय लग सकता है. वहीं गाजियाबाद के पुराना बस अड्डा से यह सफर महज 35 से 40 मिनट में पूरी हो जाएगी.

कितना लगेगा टोल?

यूपीडा ने गंगा एक्सप्रेसवे के लिए टोल रेट का निर्धारण कर दिया है. इस एक्सप्रेसवे पर अलग अलग वाहनों के लिए अलग अलग टोल रेट तय किए गए हैं. इनमें कार/जीप/वैन से 2.55 रुपये प्रति किमी टोल वसूल किया जाएगा. वहीं हल्के वाणिज्यिक वाहनों और मिनी बसों के लिए टोल दरें 4.05 रुपये प्रति किमी और बस/ट्रक के लिए 8.15 रुपये प्रति किमी तय किए गए हैं. इसी प्रकार भारी वाहनों से 12.55 रुपये प्रति किमी टोल वसूल किया जाएगा. यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक मेरठ से प्रयागराज कार से सफर करने पर कुल 594 किमी के दूरी के लिए 1515 रुपये टोल वसूल किया जाएगा.

क्या मिलेंगी सुविधाएं?

गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुविधा के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाए जा रहे हैं. इसमें हर 40 किमी की दूरी पर जनसुविधा केंद्र बनेंगे. इन केंद्रों पर पेट्रोल पंप, सीएनजी, रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट, और टॉयलेट की सुविधा होगी. इसी प्रकार 15 स्थानों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं. एक्सप्रेसवे पर हर टोलबूथ के पास चिकित्सा और अग्निशमन (Medical & Fire) केंद्र बनाए गए हैं. इसी प्रकार इस एक्सप्रेसवे पर पांच स्थानों पर हवाई पट्टी बनाई गई है. 594 किमी लंबे इस एक्सप्रेस वे पर कुल 17 स्थानों पर इंटरचेंज होंगे. जहां से इसमें एंट्री और एग्जिट सुविधा होगी. इस एक्सप्रेवे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारे, लॉजिस्टिक्स पार्क और कृषि-आधारित उद्योग भी स्थापित किए जा रहे हैं. इससे यहां रोजगार के अवसर खुलेंगे.