लिव इन में नहीं अब दोस्त बनकर रहेंगी सहारनपुर की हिना-कशिश, 6 घंटे चली पंचायत

समलैंगिक संबंधों को लेकर चर्चा में आई सहारनपुर की हिना और कशिश के प्रेम संबंध में अब नया मोड़ आ गया है. थाने में छह घंटे चली पंचायत के बाद आखिरकार दोनों ने अब अलग होने का फैसला कर लिया है. हालांकि भविष्य में जब कभी उनकी इच्छा होगी, दोनों आपस में मिल सकेंगी.

थाने में बैठी हिना और कशिश Image Credit:

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की दो लड़कियों की प्रेम कहानी में अब नए मोड़ पर आ गई है. मंडी थाना क्षेत्र में रहने वाली इन दोनों युवतियां पांच साल तक चले प्रेम प्रसंग के बाद अलग होने को तैयार हो गई हैं. आखिर दम तक दोनों पति-पत्नी की तरह रहने की जिद पर अड़ी थीं, लेकिन थाने में 6 घंटे तक चली मैराथन पंचायत के बाद इन दोनों भारी मन से अलग होने का फैसला लिया. हालांकि इस दौरान दोनों ने साफ कर दिया कि आगे भी दोनों दोस्त बनकर रहेंगी और जब चाहें एक दूसरे से मिलती जुलती रहेंगी.

पंचायत में इस फैसले पर मुहर लगने के बाद दोनों ने एक-दूसरे को कसकर गले लगाया. दोनों काफी देर तक एक दूसरे को पकड़कर रोती रहीं. वादा किया कि उनकी मुलाकातें बंद नहीं होंगी. वहां मौजूद लोग भी इस नज़ारे को देखकर चौंक गए. इस कहानी की जड़ें पांच साल पहले शुरू होती हैं. खाताखेड़ी में रहने वाली तीन बेटियों की मां हिना (काल्पनिक नाम) की मुलाकात ऑनलाइन जॉब प्लेटफॉर्म पर हिंदू युवती कशिश (काल्पनिक नाम) से हुई थी. दोनों में बातचीत हुई और इतना अपनापन हुआ कि इन्होंने दोस्ती की सीमाएं तोड़ी और पति पत्नी पत्नी के रूप में रहने का फैसला कर लिया.

बच्चों की तरह ख्याल रखती है कशिश: हिना


हिना कहती हैं कि कशिश एक केमिस्ट हैं और वह मेरा व बच्चों का उसी तरह ख्याल रखती है जैसे कोई बहुत करीब का अपना रखता है. हमने कई साल दूर रहकर बिताए हैं, अब सिर्फ साथ रहने की इच्छा थी. कहा कि मार्च में दोनों 17 दिन साथ रहीं. हम बिल्कुल पति-पत्नी की तरह रहे, बहुत खुश थे. हिना के मुताबिक उसकी शादी के नौ साल हो गए, लेकिन उसके पति ने कभी साथ नहीं दिया. इसलिए दिल दूसरा रास्ता खोजता गया. कहा कि पहले उसका पति मारपीट करता था. कई बार मायके जाना पड़ा. तीन बार तलाक तक की नौबत आई. अब उसके पति कह रहे हैं कि हिना और कशिश दोनों को साथ रखने को तैयार हैं. हालांकि हिना ने साफ कर दिया है कि यह रिश्ता किसी तीसरे के साथ नहीं चल सकता.

हम आत्मनिर्भर हैं और खुद फैसला कर सकते हैं: कशिश

उधर, कशिश ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह आत्मनिर्भर हैं और हिना के साथ ही जिंदगी बिताना चाहती हैं. मार्च में वह हिना के साथ 15 दिन रही. उसने पूछा कि जब लड़के-लड़के साथ रह सकते हैं, लड़कियां क्यों नहीं? ऐसा करने वाले हम पहले कपल नहीं हैं. कशिश ने कहा कि उसे बचपन से ना घर में प्यार मिला और ना बाहर. मां-पापा बेटे की चाहते रखते थे. इसलिए उसे खूब मारा पीटा गया. हिना पहली इंसान है, जिसने उसे समझा. कहा कि हिना के साथ घूमकर जब वह वापस लौटी तो भी उसे पीटा गया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. यहां तक कि उसे जबरन मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया.

कशिश की मां ने लगाया अपहरण का आरोप

कशिश की मां भी शाहजहांपुर से मंडी थाने पहुंच गई. उसने आरोप लगाया कि उसकी बेटी को ‘गिरोह’ ने फंसा लिया है. अपनी शिकायत में कहा कि 26 मार्च को उसे किडनैप कर ब्रेनवॉश किया गया. यह एक ‘जिहादी साजिश’ है. वहीं हिना के पति ने कहा कि वह अपनी पत्नी और बच्चों को कहीं नहीं जाने देगा. यदि कशिश चाहे तो उनके साथ रह सकती है. इस मुद्दे को लेकर थाने में दोनों परिवार की लंबी पंचायत हुई. आखिर में तय हुआ कि थाने से ही दोनों अपने घर जाएंगी. लेकिन वह जब चाहें एक दूसरे से मिल सकती हैं. कशिश ने तो अपने परिवार के साथ जाने से साफ इंकार कर दिया. हालांकि पुलिस ने बड़ी मुश्किल से समझा बुझाकर उसे घर भेजा.