5 हजार दो या एनकाउंटर…संभल में पकड़ा गया फर्जी पुलिसवाला, जूतों ने ऐसे कर दिया बेनकाब

संभल में एक फर्जी पुलिसकर्मी गिरफ्तार किया गया है. वह हाथ में पिस्टल लिए एक कबाड़ा व्यापारी से वसूली करते हुए एनकाउंटर की धमकी दे रहा था. लेकिन अपने जूतों के चलते पकड़ा गया. पुलिस जांच में उसके पास मौजूद पिस्टल टॉयगन निकली.

संभल में पकड़ा गया फर्जी पुलिसवाला Image Credit:

संभल से फर्जी पुलिसकर्मी गिरफ्तार किया गया है. यह फर्जी पुलिस वाला मुस्लिम व्यापारी से 5 हजार रुपये का डिमांड कर रहा है. पैसे ना देने पर एनकाउंटर करने की धमकी दे रहा था. इस बीच उसकी हरकतों से व्यापारी को उसके पुलिसकर्मी होने पर शक हुआ. ऐसे में व्यापारी उसे पकड़कर थाने ले आया. यहां उसके फर्जी पुलिसकर्मी होने का खुलासा हुआ.

पुलिस ने जब जांच की तो शख्स के पास मौजूद पिस्टल असल में एयरगन निकली. फिलहाल, पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पूछताछ में खुलासा हुआ विष्णु नाम का यह शख्स खुद पुलिस में भर्ती होना चाहता था. लेकिन वह सफल नहीं हो पाया. ऐसे में फर्जी तरीके से खाकी वर्दी और बैच पहनकर लोगों पर रौब जमाने लगा और वसूली करने लगा.

ऐसे हुआ व्यापारी को फर्जी पुलिसवाले पर शक

कबाड़ा व्यापारी गय्यूर के मुताबिक फर्जी पुलिस कर्मी की एनकाउंटर करने की धमकी सुनकर वह डर गया था. डर के चलते अपनी जेब से 500 रुपये निकालकर फर्जी खाकीधारी को दिए. लेकिन जब फर्जी पुलिसकर्मी के जूतों पर गई तो उसे कुछ गड़बड़ होने का अंदेशा हुआ. दरअसल फर्जी पुलिसकर्मी ने नीले रंग की स्पोर्ट्स जूस पहन रखा था. फिर मैंने चौकी को इस घटना की जानकारी दी. चौकी से किसी बी पुलिसकर्मी को उसके पास भेजे जाने से इनकार किया गया.

संभल जिले के पुशावली का निवासी निकला फर्जी पुलिसवाला

कबाड़ा व्यापारी गय्यूर ने आगे बताया कि फिर अपने साथियों के साथ मिलकर खाकी वर्दीधारी को मौके पर ही पकड़ा और पुलिस के सामने ले गए. इसके बाद पुलिस ने खाकी वर्दी पहने और हाथ में पिस्टल लिए शख्स से पूछताछ की. पूछताछ में यह शख्स संभल जिले के जनाबई थाना इलाके के पुशावली निवासी विष्णु बाबू निकला.

इससे पहले हरिद्वार में भी पकड़ा जा चुका है

विष्णु ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने दुकानदार से जाकर कहा यहां पर जुआ मत खेलो और मैं खुद पुलिस से हूं और चौकी पर तैनात हूं. उसने यह भी बताया कि इससे पहले जब वह हरिद्वार में पकड़ा गया था तो उसने खुद को दरोगा बताया था.