सोनभद्र: शिक्षा विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर, तत्कालीन DIOS समेत 7 अधिकारियों पर केस दर्ज

सोनभद्र के शिक्षा विभाग में एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. DIOS सहित सात अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. इन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षकों को भुगतान और सेवा लाभ देने का आरोप है. यह कार्रवाई शासन के आदेश पर हुई है. जांच जारी है, जिससे भ्रष्टाचार की जड़ें उजागर हो रही हैं.

सोनभद्र के शिक्षा विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा Image Credit:

सोनभद्र के शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े और अनियमित भुगतान का बड़ा मामला सामने आया है. शासन के आदेश पर कोतवाली राबर्ट्सगंज में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) सहित सात अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वर्तमान DIOS जयराम सिंह की तहरीर पर यह कार्रवाई हुई है. पुलिस आगे की जांच में जुट गई है.

DIOS जयराम सिंह ने कुछ शिक्षकों के वेतन कूटरचित एवं फर्जी शासनादेश के आधार पर जारी करने का आरोप लगाया था. प्रकरण में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक, सहायक लेखाकार, प्रधानाचार्य, प्रबंधक और अन्य संबंधित अधिकारियों को नामजद किया गया है. जांच का जिम्मा उमाशंकर यादव (SI) को सौंपा गया है, जो मामले की विवेचना कर रहे हैं.

फर्जी शासनादेश का आधार बनाकर वेतन भुगतान

आरोप लगाया है कि जंग बहादुर सिंह इंटर कॉलेज, शाहगंज में तैनात तथाकथित सहायक अध्यापक गुलाब, ओम प्रकाश सिंह और राकेश श्रीवास्तव का वेतन कूटरचित एवं फर्जी शासनादेश के आधार पर जारी किया गया था. इन तथाकथित सहायक अध्यापकों को फर्जी शासनादेश का आधार बनाकर वेतन भुगतान और सेवा लाभ प्रदान किए गए थे.

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शासन जांच में पाया गया कि साल 2016 में शिक्षा विभाग से जुड़े दस्तावेजों को कूटरचित (फर्जी) दिखाते हुए कुछ अधिकारियों ने सहायक अध्यापकों को वेतन भुगतान और सेवा लाभ प्रदान किया. शासनादेश संख्या 5584/सामास/शि-2016, दिनांक 21 दिसंबर 2016 के अंतर्गत यह प्रकरण गंभीर वित्तीय अनियमितता के रूप में सामने आया है.

प्राथमिक जांच में भ्रष्टाचार और लापरवाही के प्रमाण

हालांकि, यह मामला संज्ञान में आने के बाद तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने इन अध्यापकों के वेतन रोक दिया गया है. शासन ने प्राथमिक जांच में भ्रष्टाचार और लापरवाही के पर्याप्त प्रमाण मिलने के बाद यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि पूरे प्रकरण की गहराई से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मामले की जांच जारी है.