लोगों को लगा युवती प्रेग्नेंट है, सर्जरी हुई तो डॉक्टर भी हैरान, पेट से निकला 6.5 किलो का ट्यूमर
शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने एक 17 साल की युवती के पेट से 6.5 किलो का विशाल ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला. युवती को गर्भवती समझा जा रहा था, लेकिन सर्जरी में पता चला कि यह एक दुर्लभ और जटिल ट्यूमर था जो ओवरी से जुड़ा हुआ था. लगभग डेढ़ घंटे के ऑपरेशन में ट्यूमर को निकालकर युवती की जान बचाई गई.

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने एक जटिल और दुर्लभ ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. यहां के डॉक्टरों ने एक दुर्लभ सर्जरी कर चिकित्सा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. एक युवती को कई महीनों से पेट में सूजन और भारीपन की शिकायत थी. पहले तो युवती को गर्भवती समझा गया. कई डॉक्टरों ने कहा कि यह एक गांठ है, जबकि किसी ने कुछ और कहा. लेकिन जब सर्जरी हुई तो डॉक्टर भी हैरान रह गए.
17 वर्षीय अविवाहित पीड़िता का नाम शिव कुमारी है. वह कांट थाना क्षेत्र के हाशिमपुर खेड़ा गांव की रहने वाली है. वह पिछले कई महीनों से पेट में दर्द और अत्यधिक सूजन से पीड़ित थी. उसे यह भी लग रहा था कि वह गर्भवती है, क्योंकि उसका पेट गर्भावस्था की तरह सूज गया था. कुछ स्थानीय डॉक्टरों ने भी शुरुआत में यही अनुमान लगाया था. हालांकि, युवती के पेट में बच्चा नहीं था, बल्कि करीब साढ़े छह किलो (6.5 किलोग्राम) का बड़ा ट्यूमर था.
रिपोर्ट में निकला एक बड़ा घातक ट्यूमर
युवती अपने दर्द को लेकर कई डॉक्टरों के पास गई, लेकिन सभी ने अलग-अलग कारण बताए. दर्द बढ़ने और शरीर में कमजोरी आने पर युवति के परिजन उसे शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के डॉ. इमरान के पास ले गए. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने युवती की जांच की और अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन कराया. रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो गया कि बच्ची के पेट में बच्चा नहीं बल्कि एक बड़ा घातक ट्यूमर है.
युवती के पेट में ट्यूमर धीरे-धीरे बढ़ रहा था. जिसके बाद ऑपरेशन की जिम्मेदारी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के निर्देशन में डॉ. इमरान समेत साकेत आशुतोष और उनकी टीम ने ली. करीब डेढ़ घंटे चले ऑपरेशन में डॉक्टरों ने सावधानीपूर्वक ट्यूमर को निकाला गया. यह रक्तहीन ऑपरेशन था जिसमें निकाले गए ट्यूमर का वजन 6.5 किलोग्राम था, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए.
देरी होती तो युवती की जान को था खतरा
मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर के वरिष्ठ सर्जन डॉ. इमरान ने बताया, ‘यह ट्यूमर युवती की ओवरी से जुड़ा हुआ था और काफी जटिल स्थिति में था. ऑपरेशन में अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ी. अगर थोड़ी और देरी होती तो युवती की जान को खतरा हो सकता था.’ उन्होंने बताया कि उसका गर्भाशय पूरी तरह सुरक्षित है और वह मां भी बन सकेगी. ऑपरेशन सफल होने के बाद लड़की और उसका परिवार खुश है.
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