300 फीट नीचे खदान में फंसे मजदूर, जिंदा बचेंगे या थम जाएंगी सांसें? NDRF-SDRF चला रहे रेस्क्यू ऑपरेशन

सोनभद्र की बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में खदान धंसने से कई मजदूर 300 फीट गहराई में फंस गए हैं. हैवी ब्लास्टिंग के बाद हुए इस हादसे में दो शव बरामद हुए हैं, जबकि अन्य मजदूरों को बचाने के लिए NDRF और SDRF की टीमें बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चला रही हैं. अंधेरा और अत्यधिक गहराई इस ऑपरेशन में चुनौती बनी हुई है.

खदान में तेज हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन Image Credit:

उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के ओबरा स्थित बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में खदान हादसे में सुबह होने के साथ एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. 300 फीट की गहराई और अंधेरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन शनिवार की देर रात बाधित हो गया था. अब नए साजो-सामान के साथ NDRF, SDRF, HDRF सहित विभिन्न एजेंसियों के जवान खदान में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की कवायद शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि अभी भी आधा दर्जन से अधिक मजदूर खदान के अंदर फंसे हैं. जबकि दो मजदूरों का शव शनिवार की रात में ही बाहर निकाल लिया गया था.

इस हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे इन मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. वहीं घटना के बाद से ही मौके पर डीएम-एसपी समेत तमाम उच्चाधिकारियों का जमावड़ा लगा है. चूंकि खदान की गहराई 300 फीट से भी अधिक है. नीचे काफी अंधेरा भी है. इसकी वजह राहत एवं बचाव कार्य में काफी मुश्किलें आ रही हैं. हालांकि इन परिस्थितियों में भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान पूरी सुरक्षा के साथ खदान में नीचे उतरे हैं. मजदूरों के बचाने के लिए इसके अलावा दूसरे विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं.

हैवी ब्लास्टिंग से दरकी थी खदान

जानकारी के मुताबिक शनिवार की शाम को खदान में हैवी ब्लास्टिंग की वजह से पहाड़ दरक गया था. पहाड़ी में 300 फीट गहरी खदान में ब्लास्टिंग होते ही पत्थर सरकने लगे और देखते ही देखते अंदर काम कर रहे सभी मजदूर फंस गए. इस दौरान पत्थरों के नीचे दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई. वहीं अन्य मजदूरों के बारे में अभी कोई खबर नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि अभी भी 10 से अधिक मजदूर खदान के अंदर फंसे हो सकते हैं. हालात की गंभीरता को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.

डीएम खुद कर रहे निगरानी

करीब दर्जन मजदूरों के फंसे होने की आशंका को देखते हुए खुद डीएम सोनभद्र ने मौके पर कैंपिंग शुरू कर दी है. वह खुद राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं. उनके साथ एसपी सोनभद्र भी मौके पर दलबल के साथ मौजूद हैं. उधर, SDRF, NDRF और पुलिस टीमें खदान के अंदर रोशनी की कृत्रिम व्यवस्था कर तल तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं. इसी के साथ राहत दस्तों ने तेजी से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है. इस दौरान मौके पर मौजूद मजदूरों के परिजनों का बीच-बीच में उठ रहे चित्कार से लोगों के रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं. डीएम के मुताबिक जब तक अंतिम व्यक्ति को भी अंदर से निकाल नहीं लिया जाता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा.

इनपुट: मोहित मिश्रा, सोनभद्र

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