RPF की हिरासत में युवक की हुई थी मौत, अब 2 दरोगा समेत एक कांस्टेबल सस्पेंड
04 नवंबर को आरपीएफ की टीम ने चोरी के आरोप में संजय कुमार नाम के युवक को हिरासत में लिया था. पूछताछ के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें तुरंत गोंडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. यहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अब इस मामले पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है.
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है. गोंडा जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव निवासी संजय कुमार की मौत के आरोपों के बाद आरपीएफ के दो उपनिरीक्षक (दरोगा) सुरेंद्र कुमार, करण सिंह यादव और एक कांस्टेबल अमित कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से संस्पेड कर दिया गया है.
यह कार्रवाई प्रारंभिक जांच के आधार पर की गई. फिलहाल, प्रशासन की तरफ से मामले की गहन जांच जारी है. आरपीएफ के डीआईजी चंद्रमोहन मिश्र ने बताया कि आरोप गंभीर हैं और हमने प्रारंभिक जांच के आधार पर तीनों कर्मियों को निलंबित किया है. पूरी घटना की विस्तृत जांच चल रही है, जिसमें सभी पहलुओं को खंगाला जाएगा. निलंबन के साथ ही आरोपियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है.
04 नवंबर को RPF ने युवक को हिरासत में लिया था
मामला मंगलवार यानी 04 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे का है. आरपीएफ की टीम ने चोरी के आरोप में संजय कुमार को हिरासत में लिया था. पूछताछ के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें तुरंत गोंडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गयाय यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन परिवार का दावा है कि हिरासत में पिटाई के कारण यह हादसा हुआ.
मृतक के भाई ने RPF पर लगाया ये आरोप
मृतक के भाई राजू सोनकर ने बुधवार को कोतवाली नगर थाने में तहरीर दी है. इसमें आरपीएफ कर्मियों पर हिरासत के दौरान मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया गया. इस पर तीनों कर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. जांच की जिम्मेदारी कोतवाली नगर पुलिस को सौंपी गई है, जो सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट की पड़ताल कर रही है.
संजय की मौत पर गांव में कोहराम
संजय की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. गांव में मातम का माहौल है और परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह के प्रतिनिधि राजेश सिंह ने गुरुवार को किनकी गांव पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि सरकार इस मामले में पूरी तरह गंभीर है.
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह न्याय का दिया भरोसा
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने आगे कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. परिजनों को हर संभव न्याय दिलाया जाएगा. यह मामला पुलिस हिरासत में मौत के बढ़ते मामलों पर फिर से सवाल खड़े कर रहा है. मानवाधिकार संगठनों ने भी घटना पर चिंता जताई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है. फिलहाल, निलंबित कर्मी जांच के दायरे में हैं और अगर आरोप साबित हुए तो उनपर कड़ी कार्रवाई हो सकती है.