यूपी में दो साल में 8000 से ज्यादा को उम्रकैद, जानें कितनों को मिला सजा-ए-मौत

उत्तर प्रदेश में पिछले दो सालों में 8000 से अधिक गंभीर अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. साथ ही 2017 से अब तक 34 कुख्यात माफिया को दबोचा गया है. यूपी के डीजीपी राजीव कृष्ण ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में यह जानकारी दी है.

यूपी के डीजीपी राजीव कृष्ण (फाइल फोटो)

यूपी के डीजीपी राजीव कृष्णा ने शुक्रवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस मुख्यालय गोमती नगर में ध्वजारोहण किया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने का कार्य करती है, बल्कि नागरिकों के मन से भय को समाप्त कर उन्हें आत्मविश्वास और सुरक्षा का अनुभव कराती है.

डीजीपी राजीव कृष्णा ने इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवा करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया. साथ ही पिछले दो साल में अपराधियों पर किए गए कार्रवाई की भी जानकारी दी. डीजीपी ने बताया कि यूपी में पिछले दो सालों में एक लाख से ज़्यादा लोगों को दोषी ठहराया जा चुका है, जिनमें से 8 हजार से ज्यादा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई.

144 अरब रुपये की संपत्ति भी हुई है जब्त

डीजीपी राजीव कृष्ण ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में कहा कि राज्य में पिछले दो सालों में 70 को मौत की सजा भी सुनाई गई है. डीजीपी ने कहा, ‘एक जुलाई 2023 से अब तक एक लाख से ज़्यादा लोगों को दोषी ठहराया जा चुका है, जिनमें से 70 को मौत की सजा और 8,785 को आजीवन कारावास की सजा मिली है.’

उन्होंने यह भी बताया कि 2017 से अब तक 34 कुख्यात माफिया और उनके 91 सहयोगियों को दोषी ठहराया जा चुका है. इनमें से दो को मौत की सजा मिली है. उन्होंने दावा किया कि गैंगस्टर अधिनियम के तहत 144 अरब रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है. डीजीपी ने इसका श्रेय यूपीएसटीएफ, एटीएस, एएनटीएफ और जिला पुलिस को दिया.

डीजीपी ने महिला सुरक्षा पर भी दिया जोर

डीजीपी ने इन आंकड़ों को ‘अपराध के खिलाफ विभाग के संकल्प का प्रमाण’ बताया. साथ ही अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई. साथ ही अपराध पर जीरो-टॉलरेंस नीति, महिला सुरक्षा के लिए ‘मिशन शक्ति कार्यक्रम’, और तकनीक के उपयोग पर ज़ोर दिया है.

उन्होंने कहा, ‘अपराध पर नियंत्रण, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा, साइबर अपराध पर अंकुश और आपात स्थितियों में तुरंत सहायता पहुंचाना, ये सभी कार्य स्वतंत्रता के उन पहलुओं को मजबूती देते हैं, जो केवल संवैधानिक अधिकार नहीं, बल्कि नागरिक जीवन के मूलभूत आधार हैं.’

17 पुलिस कार्मिकों को राष्ट्रपति का वीरता पदक

इस साल यूपी के 17 पुलिस कार्मिकों को राष्ट्रपति का वीरता पदक, छह को विशिष्ट सेवा पदक और 72 को सराहनीय सेवा में मैडल मिला है. इसके अलावा 763 पुलिस कर्मियों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक, 486 को उत्कृष्ट सेवा पदक, 44 को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिह्न, 203 को सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न और 464 को पुलिस महानिदेशक का हीरक, स्वर्ण एवं रजत प्रशंसा चिह्न प्राप्त हुआ है.