2 दिन में 50 लाख यात्रियों ने किया बस से सफर, रक्षाबंधन पर योगी सरकार ने बनाया रिकॉर्ड

यूपी में रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा योजना ने रिकॉर्ड बनाया है. महज दो दिन में 50 लाख से ज्यादा यात्रियों ने की बस में यात्रा की है. वहीं, तीसरे दिन इसके 75 लाख यात्रियों का रिकॉर्ड बनाने की संभावना है. यह सुविधा 8 से 10 अगस्त तक के लिए है.

रक्षाबंधन पर मुरादाबाद बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ Image Credit: PTI

रक्षाबंधन पर्व पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिलाओं के लिए शुरू की गई पहल ने नए कीर्तिमान बनाए हैं. महिलाओं के लिए निःशुल्क बस यात्रा योजना ने केवल दो दिन में ही बड़ा रिकॉर्ड बनाय़ा है. इस दौरान 50 लाख यात्रियों ने बस से सफर किया. तीसरे दिन तक इसके 75 लाख यात्रियों का रिकॉर्ड बनाने की संभावना है.

यूपी सरकार ने रक्षाबंधन के अवसर पर प्रदेश की माताओं और बहनों को 8 से 10 अगस्त तक बसों में निशुल्क यात्रा का तोहफा दिया है. इसमें महिलाओं के साथ एक सहयात्री को भी यह सुविधा दी जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में रक्षाबंधन पर यह पहल शुरू की थी.

3 दिनों में 75 लाख यात्रियों के सफर का अनुमान

परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर के मुताबिक, सामान्य दिनों में रोडवेज की बसों में डेली 14-15 लाख यात्री सफर करते हैं. लेकिन इस बार रक्षाबंधन पर्व के शुरुआती दो दिनों में ही यह आंकड़ा 50 लाख से अधिक पहुंच गया है. उन्होंने बताया कि 8 अगस्त की सुबह 6 बजे से ही बस अड्डों पर यात्रियों की भारी भीड़ रही.

पहले दिन यानी 8 अगस्त को 19.5 लाख से ज्यादा लोगों ने यात्रा की, जो सामान्य दिनों की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक था. रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को तो यह संख्या 31.7 लाख के पार पहुंच गई, जो सामान्य दिनों की तुलना में 210 प्रतिशत से अधिक रही.

उन्होंने बताया कि तीसरे दिन 10 अगस्त को दोपहर 12.50 बजे तक ही 13 लाख यात्री सफर कर चुके थे और रात 12 बजे तक यह संख्या 25 लाख तक पहुंचने का अनुमान है. इस तरह तीसरे दिन यह आंकड़ा 75 लाख से अधिक पहुंचने का अनुमान है, जो परिवहन निगम के इतिहास में अभूतपूर्व संख्या है.

ड्राइवर-कंडक्टर को प्रोत्साहन राशि मिलेगा

अली सरवर ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस बार 8 अगस्त सुबह 6 बजे से 10 अगस्त मध्यरात्रि 12 बजे तक महिलाओं और बेटियों के लिए सभी श्रेणी की रोडवेज बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा उपलब्ध कराई गई. इस अवधि में जरूरत के अनुसार अतिरिक्त बसें चलाई गईं और समस्त अनुबंधित बसों को भी संचालन में लगाया गया.

प्रमुख बस स्टेशनों पर यात्रियों की अधिक संख्या को देखते हुए विशेष ड्यूटी और अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई. उन्होंने यह भी बताया कि ड्राइवर-कंडक्टर को प्रोत्साहन राशि देने की योजना है. 1800 किलोमीटर का सफर पूरा करने पर 1200 रुपए का भुगतान और 6 दिनों तक लगातार काम करने पर अतिरिक्त 0.55 रुपए प्रति किलोमीटर दिया जाएगा.

2017 में सीएम योगी ने शुरू की थी पहल

वहीं तकनीकी कर्मचारियों को भी प्रतिदिन उपस्थित रहने पर एकमुश्त 500 रुपए दी जा रही है. संचालन व्यवस्था बेहतर बनाए रखने वाले कार्मिकों और पर्यवेक्षकों को भी 5000 रुपए प्रति स्टेशन के हिसाब से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि योगी सरकार की यह पहल सिर्फ एक यात्री सुविधा नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और सम्मान का प्रतीक है.

2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर रक्षाबंधन पर माताओं-बहनों के लिए रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा की योजना शुरू हुई थी. बीते आठ वर्षों में यह नारी सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता का प्रतीक बन गई है. इन 8 वर्षों में 1,23,30,194 महिलाओं को इसका लाभ मिला है, जिसके लिए सरकार ने 101.42 करोड़ रुपए का आर्थिक बोझ वहन किया.