यूपी मदरसों की ATS जांच का विरोध, मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बोले- ‘यह अपराध मामलों की एजेंसी, शिक्षा की नहीं’

दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच अब यूपी के मदरसों तक पहुंच गई है.  ATS ने कई जिलों में मदरसों की पड़ताल शुरू कर दी है. साथ ही मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों, मौलवियों और प्रबंधकों की रिपोर्ट मांगी है. वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने कड़ा विरोध किया है.

मदरसों की ATS पर मुस्लिम जमात का विरोध

उत्तर प्रदेश सरकार के मदरसों की ATS जांच के फैसले का ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने कड़ा विरोध किया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि मदरसे अल्पसंख्यक विभाग के अधीन हैं और पहले ही तीन बार जांच हो चुकी है. अब फिर चौथी बार ATS से जांच कराने की आवश्यकता नहीं है.

सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली ब्लास्ट फंडिंग से जुड़े मामलों में मदरसों से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही हैं. यूपी ATS ने कानपुर, महोबा, फतेहपुर, और हमीरपुर समेत अन्य जिलों में मदरसों की पूरी डिटेल खंगाल रही है. साथ ही अल्पसंख्यक आयोग को लेटर जारी कर संबंधित जिलों में मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों, मौलवियों और प्रबंधकों की रिपोर्ट मांगी है.

‘जांच करानी है, तो अल्पसंख्यक विभाग से कराए’

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि मदरसे अल्पसंख्यक विभाग के अधीन काम कर रहे हैं. इनकी अलग-अलग सालों में तीन बार जांच कराए जा चुकी है, अब फिर चौथी बार ATS से जांच कराने की आवश्यकता नहीं है.

उन्होंने कहा की चुकी उत्तर प्रदेश के सभी मदरसे अल्पसंख्यक विभाग और मदरसा एजूकेशन बोर्ड के मातहत चल रहें हैं. इसलिए ATS को इसमें नहीं लगाया जाना चाहिए. ATS अपराधिक मामले में जांच करती है, शिक्षा के मामलों में नहीं. अगर सरकार को जांच करानी है, तो अल्पसंख्यक विभाग द्वारा कराई जाए, हम जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है.

ब्लास्ट की फंडिंग की जांच करने में लगी ATS

दिल्ली ब्लास्ट केस में संदिग्धों की ATS लगातार जांच कर रही है. ब्लास्ट की फंडिंग की जांच करना भी एजेंसियों के लिए एक अहम काम है. ATS ने आतंकी डॉक्टर मॉड्यूल के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को अपने रडार पर रखा है. साथ ही अब वह घटना के पीछे की फंडिंग को लेकर मदरसों से सभी बच्चों, मौलवियों और मैनेजरों की डिटेल खंगाल रही है.

UP ATS से एक लेटर मिला- अल्पसंख्यक अधिकारी

बांदा जिले के अल्पसंख्यक अधिकारी अभिषेक अवस्थी ने बताया कि उन्हें UP ATS से एक लेटर मिला है, जिसमें जिले के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों, पढ़ाने वाले मौलवियों और मैनेजरों के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है. हम सीनियर अधिकारियों से बात करेंगे और उन्हें जानकारी देंगे. हमने सभी मदरसों को डिटेल्स इकट्ठा करने के निर्देश दिए हैं.