अभी थोड़ी गर्मी- थोड़ी उमस, 3 दिन बाद मूसलाधार बारिश; क्या UP में दस्तक देने वाली है सर्दी? IMD का अलर्ट

उत्तर प्रदेश में मानसून विदा होने की कगार पर है. हालांकि अभी छिटपुट बारिश का दौर जारी है. इसी बीच मौसम विभाग ने 11 से 13 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. संभावना जताई गई है कि इसी बारिश के साथ यूपी में ठंड दस्तक दे सकती है. मौसम विभाग ने आगामी दिनों में संभावित स्थिति को लेकर अलर्ट जारी किया है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में मानसून अपनी विदाई की ओर है. प्रदेश में अभी छिटपुट बारिश का दौर जारी है. इसी के साथ नोएडा-गाजियाबाद से लेकर अयोध्या-लखनऊ तक थोड़ी गर्मी और थोड़ी उमस की स्थिति भी है. हालांकि 11 सितंबर को प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है. यह बारिश का दौर 12 सितंबर को भी जारी रह सकता है. माना जा रहा है कि इस बार की बारिश के साथ ही प्रदेश में ठंड भी दस्तक दे सकती है.

बारिश का दौर खत्म होने के साथ ही प्रदेश में सुबह शाम की गुलाबी सर्दी शुरू हो जाएगी. भारतीय मौसम विभाग के लखनऊ केंद्र से जारी ताजा बुलेटिन के मुताबिक उत्तर प्रदेश में आज कहीं भी बारिश का अलर्ट नहीं है. हालांकि मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि प्रदेश के कुछ जिलों में छिटपुट बारिश या बूंदाबांदी की स्थिति बन सकती है. इन जिलों में सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली आदि जिले शामिल हैं.

वहीं बलिया-गाजीपुर से लेकर बनारस-प्रयागराज तक और अयोध्या-लखनऊ से लेकर नोएडा-गाजियाबाद तक मौसम नमी वाला रहेगा. उधर, बुंदेलखंड में झांसी-ललितपुर से लेकर महोबा-हमीरपुर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एटा-इटावा से लेकर अलीगढ़ संभल तक मौसम शुष्क रहेगा.

36 डिग्री के पार हो सकता है तापमान

मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार, मंगलवार और बुधवार को उत्तर प्रदेश के तापमान में थोड़ा इजाफा हो सकता है. चूंकि मौसम में पहले से आद्रता बनी हुई है, ऐसे में उमस भी लोगों की परेशानी का कारण बन सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक इन तीन दिनों में अधिकतम तापमान बढ़ कर 36 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है. इसी प्रकार न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. जबकि आद्रता की स्थिति 70 से 90 फीसदी के आसपास रह सकती है.

11 से 13 तक भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग ने आगामी 11 सितंबर से तीन दिन के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. यह बारिश प्रदेश भर में छोटे छोटे पॉकेट में होगी और मध्यम से भारी होगी. इस दौरान कई इलाकों में बिजली कड़कने या बिजली गिरने की भी घटनाएं हो सकती हैं. मौसम विभाग ने इस संबंध में संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को संभावित परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है. इसी के साथ मौसम विभाग ने सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों को भी अलर्ट रहने को कहा है.

इसलिए बनी स्थिति

मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक यह स्थिति मौजूदा मौसमी तंत्र की वजह से बनी है. इस समय उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र मध्य भारत से गुजरकर पश्चिमी भारत की ओर चला गया है. यह दक्षिणी राजस्थान के ऊपर जाकर अवदाब में तब्दील हो गया है. इसी वजह से मानसून द्रोणी अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है.