संभल: एक दिन की ‘DM’ बनी स्कूली छात्रा… सुनी फरियादियों की शिकायतें, दिए कड़े निर्देश

यूपी के संभल में स्कूली छात्राओं को एक दिन के लिए जिले के DM, SP सहित कई अहम पदों की जिम्मेदारियां सौंपी गई. इस दौरान छात्राओं ने कलेक्ट्रेट में फरियादियों की शिकायतें सुनीं और कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए. ये पहल सीएम योगी के मिशन शक्ति अभियान के तहत की जा रही है.

कलेक्ट्रेट में सुनी फरियादियों की समस्याएं Image Credit:

उत्तर प्रदेश में चल रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत संभल जिले में एक प्रशासन की एक ऐसी पहल देखने को मिली, जहां एक दिन के लिए स्कूली छात्राओं को जिले के DM सहित कई अहम पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई. इसके बाद ये छात्राएं कलेक्ट्रेट में जिलेभर के फरियादियों की समस्याएं सुनती नजर आईं. समस्याएं सुनने के बाद उन्होंने समाधान के लिए बाकायदा निर्देश भी दिए.

जिला प्रशासन की ये पहल सीएम योगी के मिशन शक्ति अभियान के तहत दिखाई दी, जिसका मकसद छात्राओं की भागीदारी को बढ़ाने के साथ- साथ उन्हें सम्मान देकर प्रोत्साहित भी करना है. इस दौरान उनके साथ संभल के SP भी मौजूद रहे.

‘मिशन शक्ति’ का हिस्सा है ये पहल

मिशन शक्ति अभियान के तहत जिला प्रशासन ने अलग- अलग क्लास में पढ़ने वाली छात्राओं को अलग- अलग पदों की जिम्मेदारी दी गई. इनमें DM, SP, ADM और सिटी मजिस्ट्रेट बनाई गई बेटियों की नेतृत्व क्षमता को भी परखा गया. इन सभी स्टूडेंट्स ने बाकायदा धैर्यपूर्वक फरियादियों की शिकायतें सुनीं और अधिकारियों से सलाह मशवरा- करने के बाद इन समस्याओं के समाधान के लिए निर्देश दिए.

12 क्लास की छात्रा बनी DM

इस दौरान ये छात्राएं पूरे प्रोटोकॉल के साथ नजर आईं. जानकारी के मुताबिक 12वीं क्लास की छात्राओं को DM और SP का कार्यभार दिया गया, जबकि 7वीं और 8 वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं को ADM और एसपी सिटी बनाया गया. जनसुनवाई के दौरान इन कार्यकारी अधिकारियों ने पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए.

बेटियों ने ये कहा

जिला प्रशासन की इस पहल को लेकर बेटियों ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार मिशन शक्ति के जरिए महिलाओं को जो सम्मान दे रही है, उसके लिए वे सरकार को धन्यवाद देना चाहती हैं. उनका कहना है कि इस पहल के चलते न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि इसके जरिए उनके मन में समाज सेवा का एक भाव भी जगा है.