यूपी: SIR में 2.89 करोड़ नाम कटने तय, 31 दिसंबर को आएगा फाइनल ड्रॉफ्ट
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में 2.89 करोड़ नाम हटाने तय है, जो कुल मतदाताओं का 18.7% है. SIR की डेडलाइन को फिर से नहीं बढ़ाया गया है. 26 दिसंबर को नाम जोड़ने की आखिरी तारीख थी. अब चुनाव आयोग द्वारा 31 दिसंबर को फाइनल ड्राफ्ट जारी किए जाएंगे.
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) का काम पूरा हो गया है. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जानकारी दी कि SIR से पहले राज्य में कुल 15.44 करोड़ मतदाता दर्ज थे, लेकिन अब करीब 2.89 करोड़ नाम हटाए जाने तय हो गए हैं. यह अब तक की सबसे बड़ी सफाई है.
यह प्रदेश की मतदाता सूची में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव है, जो कुल मतदाताओं का लगभग 18.7% है. SIR अभियान की अंतिम तिथि 26 दिसंबर 2025 को समाप्त हो गई. पहले यह तिथि 4 दिसंबर थी, जिसे पहले 14 दिसंबर और फिर 26 दिसंबर तक बढ़ाया गया था. चुनाव आयोग ने तीसरी बार समय बढ़ाने की मांग को खारिज कर दिया.
ड्राफ्ट लिस्ट के बाद अंतिम सूची 28 फरवरी को
यह अब तक की सबसे बड़ी सफाई है, जिसका उद्देश्य सूची को सटीक बनाना है. कुल कटौती का आंकड़ा पहले के अनुमान (2.91 करोड़ तक) से थोड़ा कम होकर 2.89 करोड़ पर आ गया है. अब ड्राफ्ट लिस्ट 31 दिसंबर को आएगी, जिसके बाद दावे-आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी, और अंतिम सूची 28 फरवरी 2026 को प्रकाशित होगी.
क्यों हट रहे हैं इतने नाम?
- सूत्रों के अनुसार,1.26 करोड़ मतदाता प्रदेश से बाहर शिफ्ट हो चुके.
- 46 लाख: मृत घोषित मतदाता.
- 23.70 लाख: डुप्लीकेट (दोहरे) नाम.
- 83.73 लाख: लापता या अनुपस्थित मतदाता.
- 9.57 लाख: अन्य श्रेणी (फॉर्म लिया लेकिन जमा नहीं किया आदि).
इसके अलावा, 2003 की मतदाता सूची से वर्तमान सूची का मिलान किया गया, जिसमें 91% नाम मैच हो गए. बाकी 9% (करीब 1.11 करोड़) मतदाताओं को नोटिस भेजकर दस्तावेज मांगे जाएंगे. शहरी क्षेत्रों जैसे लखनऊ, गाजियाबाद, प्रयागराज, कानपुर, आगरा और बरेली में सबसे ज्यादा नाम कटने की संभावना है, यहां माइग्रेशन और डुप्लीकेट एंट्री ज्यादा पाई गईं.
‘इससे फर्जी या गलत वोटिंग की गुंजाइश कम होगी’
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि यह अभियान मतदाता सूची को स्वच्छ, सटीक और अद्यतन बनाने के लिए किया गया है. इससे लोकतंत्र की प्रक्रिया मजबूत होगी और फर्जी या गलत वोटिंग की गुंजाइश कम होगी. राजनीतिक दलों ने इस प्रक्रिया पर नजर रखी है. सभी पार्टियों ने अपने बूथ लेवल एजेंट्स को सक्रिय किया था.
उन्होंने कहा कि अब ड्राफ्ट लिस्ट आने के बाद दावे-आपत्तियों का दौर शुरू होगा. मतदाताओं से अपील है कि वे अपनी मतदाता सूची की स्थिति जरूर चेक करें और यदि नाम गायब हो तो तुरंत फॉर्म-6 या अन्य माध्यम से आवेदन करें. अधिक जानकारी के लिए CEO उत्तर प्रदेश की वेबसाइट या हेल्पलाइन पर संपर्क करें.
