पोस्टपेड की जगह प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश, इन लोगों को नहीं देना होगा पैसा

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने पोस्टपेड मीटरों को प्रीपेड स्मार्ट मीटर में बदलने का फैसला लिया है. बिजली उपभोक्ताओं के यहां पर ये बदलाव किया जाए. इस महत्वाकांक्षी अभियान का उद्देश्य बिजली बिलिंग में पूर्ण पारदर्शिता लाना है. उपभोक्ताओं को उनकी खपत पर बेहतर नियंत्रण प्रदान करना और बिजली चोरी पर अंकुश लगाना है.

यूपीपीसीएल (फाइल फोटो) Image Credit: ट्विटर

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. कॉरपोरेशन ने आदेश जारी किया है कि अब प्रदेश में पोस्टपेड मीटरों को बदलकर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. इस बदलाव को लागू करने के लिए यूपीपीसीएल जल्द ही एक विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है. इस कदम का मकसद बिजली बिलिंग में पारदर्शिता लाना और उपभोक्ताओं को अपनी खपत पर बेहतर नियंत्रण प्रदान करना है.

कुछ समय पहले यूपीपीसीएल ने नए बिजली कनेक्शनों के लिए प्रीपेड स्मार्ट मीटर अनिवार्य करने का आदेश जारी किया था. अब इस नीति को विस्तार देते हुए मौजूदा पोस्टपेड मीटरों को भी प्रीपेड स्मार्ट मीटर से बदलने का फैसला लिया गया है. खास बात यह है कि जिन उपभोक्ताओं के घरों में पहले से पोस्टपेड मीटर लगे हैं, उनके लिए मीटर बदलने का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.

फ्री में बदला जाएगा मीटर

यूपीपीसीएल के अनुसार, प्रीपेड स्मार्ट मीटर की लागत पारंपरिक पोस्टपेड मीटर की तुलना में करीब छह गुना ज्यादा है. इस वजह से विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इस नीति पर आपत्ति जताई थी. परिषद् का कहना था कि इससे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ सकता है. हालांकि, यूपीपीसीएल ने स्पष्ट किया है कि मौजूदा उपभोक्ताओं के लिए मीटर बदलने की प्रक्रिया पूरी तरह मुफ्त होगी, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.

बिजली चोरी पर लगाया जाना है अंकुश

प्रीपेड स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत पर नजर रखने और रियल-टाइम बिलिंग की सुविधा प्रदान करते हैं. ये मीटर मोबाइल रिचार्ज की तरह काम करते हैं, जहां उपभोक्ता पहले रिचार्ज कराते हैं और फिर खपत के हिसाब से बिजली का उपयोग करते हैं. इससे बिल संबंधी विवादों में कमी आने और बिजली चोरी पर अंकुश लगने की उम्मीद है. साथ ही, यह उपभोक्ताओं को अपनी खपत को नियंत्रित करने में भी मदद करेगा.

यूपीपीसीएल जल्द ही इस बदलाव के लिए एक बड़ा अभियान शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टपेड मीटरों को चरणबद्ध तरीके से प्रीपेड स्मार्ट मीटर से बदला जाएगा. कॉरपोरेशन का दावा है कि यह कदम बिजली वितरण प्रणाली को और ज्यादा कुशल और पारदर्शी बनाएगा.