यूपी में अगले 24 घंटे के अंदर इतना गिर सकता है तापमान, गलन में भी हुआ भारी इजाफा

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट के अलावा कुछ खास तब्दीली नहीं आने वाली है. सुबह के वक्त आसमान में कोहरा जरूर नजर आएगा. फिलहाल, हवाओं में नमी बढ़ गई है. इसके चलते गलन में भी भारी इजाफा हुआ है.

यूपी में मौसम का हाल Image Credit:

यूपी में अब शरीर कंपाने वाली ठंड की शुरुआत हो गई है. तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के पास रिकॉर्ड किया जा रहा है. सुबह और शाम अच्छी-खासी ठंड महसूस हो रही है. इसके अलावा कोहरे के चलते सुबह के वक्त विजिबिलिटी पर भी असर पड़ा है. हालांकि, दिन के वक्त अच्छी धूप निकल रही है.

तापमान में 2 से 3 डिग्री की आएगी गिरावट

मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल तो प्रदेश में ग्रीन जोन की स्थिति है. अगले 24 घंटे में तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट के अलावा कुछ खास तब्दीली नहीं आने वाली है. सुबह के वक्त आसमान में कोहरा जरूर नजर आएगा. मौसम विभाग के मुताबिक पछुआ हवा के चलते घने कोहरे की बजाय छिछले कोहरे की ही संभावना अधिक है.

इस बार लंबी पड़ेगी सर्दी

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बार ला नीना की स्थिति है. इसका असर यूपी में भी दिख सकता है. माना जा रहा है प्रदेश में लंबे समय तक सर्दी पड़ेगी. साथ ही तापमान में गिरावट वाले दिनों की संख्या भी अधिक हो जाएगी. यही वजह है कि इस बार सर्दी पहले आ गई नवंबर के बाद दिसंबर के महीने में भी सर्दी का सिलसिला जारी है.

मुजफ्फरनगर और मेरठ रहा सबसे ठंडा जिला

पिछले 24 घंटे की बात करें तो सबसे ठंडा जिला मुजफ्फरनगर और मेरठ रहा. यहां न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. फिर बरेली में 8.1 मिनिमम टेंपरेचर पाया गया. बारांबकी और अयोध्या में भी न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री के पास रहा. वहीं, अगर अधिकतम तापमान की बात करें तो 28.2 डिग्री के साथ सबसे ठंडा जिला कानपुर रहा. फिर झांसी 28, बहराइच और हमीरपुर में मैक्सिमम टेंपरेचर 27.2 रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा लखीमपुर खीरी में भी न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया.

प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर

बता दें कि प्रदेश के कई महानगरों में वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बनी हुई है. नोएडा में पीएम 2.5 का एक्यूआई 252 के पास दर्ज किया गया. गाजियाबाद में यह 249 के पास दर्ज किया गया. वहीं, लखनऊ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पास दर्ज किया जा रहा है. प्रदूषण की ऐसी स्थिति सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.