वाराणसी: सड़क हादसे में कांस्टेबल का परिवार खत्म, जनाजे पर दोस्त की मौत; सभी एक साथ सुपुर्दे खाक
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसे में हेड कांस्टेबल अशरफ जावेद का पूरा परिवार ख़त्म हो गया था. उनके पांचों शवों को सुपुर्द-ए-खाक होते देख दोस्त गम बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्हें हर्ट अटैक आ गया, जिससे उनकी मौत हो गई. इस हृदय विदारक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है.
बाराबंकी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर पिछले बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ. एक तेज़ रफ़्तार ब्रेज़ा कार एक खड़ी वैगनआर कार से टकरा गई, जिससे दोनों गाड़ियों में आग लग गई. हादसे में एक हेड कांस्टेबल के परिवार के पांच सदस्य जिंदा जल गए. पांचों शवों को दफनाते देख उनके दोस्त यह दुख बर्दाश्त नहीं कर पाए और उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई.
लोहता के रहीमपुर कस्बा के अशरफ जावेद दीवान के पत्नी गुलिस्ता चांदनी, पुत्री इसमा, समरीन, इलमा, एवं पुत्र बालक जियान मृत का शव गुरुवार को दोपहर धन्नीपुर के कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया. अशरफ आजमगढ़ के अतरौला थाने में हेड कांस्टेबल हैं. उनके दोस्त का नाम सब्बू मियां था, जिनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई.
मिट्टी देते समय अचानत से गिरे, हो गई मौत
पांचों शव को मिट्टी देने के लिए रिश्तेदारों नातेदारों का सैलाब सुबह से ही घर के लोग बैठे थे. दोपहर में जैसे ही पांच शवों का जनाजा निकला हजारों लोग पीछे पीछे चल दिए. धन्नीपुर के कब्रिस्तान में पहले जनाजा के सामने खुले मैदान में हजारों लोगों ने रुधे कंठ से नमाज पढ़ा. मिट्टी देने के लिए आजमगढ़ से 54 वर्षीय सब्बू मियां भी पहुंचे थे.
आजमगढ़ में अशरफ जावेद और सब्बू मियां का परिवार अगल बगल में रहता है. दोनों परिवारों में काफी घनिष्ठता थी. दोस्त अशरफ को बेसुध और दहाड़ मारकर रोता देख सब्बू मियां अंदर से टूट गएं. जब सब्बू मियां मिट्टी देने लगें तो उनकी तबियत बिगड़ गई. अचानत से वो गिरें और अचेत हो गएं. लोगों ने अस्पताल पहुंचाया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कैसे हुई कांस्टेबल की बीवी और बच्चों की मौत?
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र में डीह गांव के पास यह हादसा हुई थी. तेज रफ्तार ब्रेजा और खड़ी वैगनआर कार के आपस में लड़ते ही आग लग गई. इस भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई. हादसे को लेकर बताया गया कि वैगनआर कार के दरवाजे लॉक होने की वजह से दरवाजे नहीं खुल सके.
कार में जल रहे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे, मगर आग विकराल होने की वजह से कोई मदद के लिए आगे नहीं आ सका. मरने वाला परिवार आजमगढ़ में तैनात हेड कांस्टेबल अशरफ जावेद का था, जिसमें पत्नी, 3 बेटियां और एक पुत्र की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं, अब उनके दोस्त की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई है. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.