वाराणसी और आसपास के 100 डाकघरों में मिलेगा बलिया का खास सत्तू… सरकार का ये है प्लान

'एक जिला, एक उत्पाद' के तहत बलिया में खासतौर से बने सत्तू को 100 डाकघरों से उपलब्ध कराने की शुरुआत की गई है. इसके लिए डाक विभाग छूट भी दे रहा है. ये अपनी तरह का एक अनूठा पायलट प्रोजेक्ट है. अगर ये प्रयोग सफल रहा तो इसे पूरे भारत में इसे लागू किया जाएगा.

बागी बलिया का सत्तू Image Credit:

भारतीय डाक विभाग ने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ODOP) योजना और पीएम मोदी के स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की नीति के तहत एक नई पहल की शुरूआत की है. इसके तहत अब बलिया में खास तरीके से बने सत्तू को वाराणसी सहित आसपास के 100 डाकघरों के जरिए उपलब्ध कराया जा सकेगा. इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत वाराणसी, चंदौली, मुगलसराय, जौनपुर, बलिया, नौगढ़ और गाज़ीपुर जिलों में की गई है. सबसे खास बात ये है कि डाक विभाग के जरिए इसमें छूट भी मिलेगी, जिसे स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक पहल के तौर पे देखी जा रही है.

इन 100 डाकघरों में मिलेगा सत्तू

वाराणसी के पोस्टमास्टर जनरल कर्नल विनोद ने बताया कि पीएम मोदी के स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन दिये जाने और ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना को ध्यान में रखते हुए सत्तू की बिक्री के लिए वाराणसी परिक्षेत्र में 100 डाकघरों में यह सेवा शुरू की गई है. वाराणसी के साथ-साथ चंदौली, मुगलसराय, जौनपुर, बलिया, नौगढ़ और गाज़ीपुर जिलों में भी सत्तू बिक्री की व्यवस्था की गई है.यह योजना सफल होने पर इसका विस्तार यूपी के सभी डाकघरों में किया जाएगा.

पूर्वाचल का पसंदीदा फूड है सत्तू

पोस्टमास्टर जनरल कर्नल विनोद के अनुसार, इस पहल का एक और मकसद देशी और स्वास्थ्यवर्धक उत्पादों को बढ़ावा देना है. जिससे आम जनता को विदेशी एनर्जी ड्रिंक को लोकल उत्पादों के जरिए नए विकल्प उपलब्ध कराए जाएं. सत्तू पुराने समय से पूर्वांचल की पारंपरिक डाइट का हिस्सा रहा है. लोग इसे बाटी-चोखा, पराठा, घोल के साथ बेहद पसंद करते हैं.

2 दिनों में हुई रिकार्ड बिक्री

सत्तू को बलिया के ‘निधि उद्योग’ से सीधे डाकघरों में भेजा जा रहा है. इसके आधे किलो के पैकेट की कीमत ₹99 है, जिसे छूट पर ₹75 में प्रोवाइड कराया जा रहा है. जिसके कहीं न कहीं ग्राहकों को लाभ हो रहा है. इसके शुरुआती 2 दिनों में ही 1000 KG सत्तू की बिक्री हुई है. जिसे कहीं न कहीं एक अच्छा फीडबैक माना जा रही है.