काशी के घाटों पर फिर लौटेगी रौनक, 24 सितंबर से गंगा में शुरू होगी बोट राइडिंग

वाराणसी के गंगा घाटों पर करीब 75 दिनों के बाद एक बार फिर रौनक लौटने वाली है. 24 सितंबर से यहां गंगा में बोट राइडिंग की शुरुआत हो जाएगी. ये फैसला मंगलवार को प्रशासन और नाविक समाज के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया. पिछले लंबे समय गंगा में बढ़ते जलस्तर के चलते नावों के संचालन पर रोक लगाई गई थी.

प्रशासन और नाविकों के बीच मीटिंग के बाद हुआ फैसला

अगर आप बनारस घूमने की प्लॉनिंग कर रहे हैं तो अब आप बेशक बोट राइडिंग का लुत्फ उठा पाएंगे. प्रशासन ने 75 दिनों के बाद गंगा में चलने वाली नावों पर लगी रोक को हटा लिया है. ये फैसला मंगलवार को प्रशासन और नाविक समाज के बीच बैठक के बाद लिया गया. गंगा के बढ़े हुए जलस्तर की वजह से वाराणसी में पिछले 75 दिनों से बोट राइडिंग पर रोक लगाई गई थी. अब इस रोक को पूरी तरह से हटा लिया गया है.

मीटिंग के बाद हुआ फैसला

अब 24 सितंबर से गंगा में नौकायन को लेकर कोई रोक- टोक नहीं होगी. मंगलवार को रविदास घाट पर हुई प्रशासन और नाविक समाज की बैठक में इस नतीजे पर पहुंचा जा सका कि अब गंगा में नावों की आवाजाही पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं रहेगा. DCP टी. सरवनन ने नाविकों को भरोसा दिलाया कि अब उन्हें नाव संचालन में किसी समस्या का सामना करना नहीं पड़ेगा.

सेफ्टी का रखना होगा ध्यान

DCP ने बताया कि 75 दिनों के बाद नावों का संचालन शुरू हो रहा है, इसलिए सेफ्टी का ध्यान रखना बेहद अहम है. इसके लिए ये तय किया गया है कि सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही नावों का संचालन किया जाएगा. इसके अलावा लाइफ जैकेट भी कंपल्सरी होगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल पुलिस और NDRF ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. जिन स्पॉट्स पर सिल्ट का जमाव ज़्यादा है, वहां से बचने की सलाह दी गई है.

नाविकों ने दिया धरना

यहां का नाविक समाज पिछले लंबे से नावों के संचालन पर रोक के चलते काफी परेशान था. 2 दिन पहले प्रशासन द्वारा बोट राइडिंग की अनुमति दी गई थी. लेकिन इस फैसले को दोबारा वापस ले लिया गया. जिसके बाद मंगलवार को नाविक रविदास घाट पहुंचे और वहीं धरने पर बैठ गए. नाविकों ने काली पट्टियां बांध कर नारेबाजी की. इसे देखते हुए प्रशासन ने बैठक के बाद कुछ शर्तो के साथ बोट राइडिंग की अनुमति दे दी है.