सेना में सेंध और टारगेट पर जवान…. फौज की नौकरी छोड़ करने लगे ठगी, ठगी के नेटवर्क का दुबई कनेक्शन
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने आठ फौजियों को गिरफ्तार किया है जो दुबई स्थित एक नेटवर्क मार्केटिंग घोटाले में शामिल थे. यह फर्जी कंपनी सोने, हीरे, और घड़ियों के व्यापार का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये ऐंठ रही थी. फौजियों को भी करोड़ों कमाने का झांसा दिया गया था. पुलिस ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है.

राष्ट्रीय राजधानी से सटे ग्रेटर नोएडा की पुलिस ने एक हैरतंगेज खुलासा किया है. पुलिस ने यहां आठ ऐसे फौजियों को अरेस्ट किया है, जिन्होंने फौज की नौकरी छोड़ नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए ठगी के धंधे को अंजाम दे रहे थे. पुलिस की जांच में पता चला कि ये फौजी तो मोहरा भर हैं, इनके गिरोह का मास्टर माइंड दुबई में बैठा है और वहीं से इस धंधे को अंजाम दे रहा है. इस गिरोह ने पूरे देख में ना केवल अपना जाल बिछा रखा है, बल्कि फौजियों को टारगेट करते हुए अपने नेटवर्क में शामिल लोगों को चेन बनाने की जिम्मेदारी दे रखी है.
ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-1 कोतवाली पुलिस पकड़े गए आठों फौजियों से पूछताछ कर रही है. इस दौरान मामले का खुलासा होने पर खुद फौजियों के भी होश उड़ गए. दरअसल इन्हें भी जल्द अमीर होने पर पलक झपकते करोड़ों कमाने का झांसा दिया गया था. इसके लिए इन्हें न्यूनतम डेढ़ लाख रुपये का निवेश करते हुए चेन मार्केटिंग से जोड़ा गया था. इसके बाद इन सभी को आगे कम से कम आठ लोगों को जोड़ने और फिर इनसे जुड़ने वालों को भी आठ-आठ लोगों को जोड़ने के लिए कहा गया था.
डेढ़-डेढ़ लाख जमाकर ली गिरोह की सदस्यता
बताया जा रहा है कि पकड़े गए आठों फौजियों ने अब तक 90 से अधिक लोगों को इस नेटवर्क में जोड़ लिया था. खुद तो ये सभी डेढ़-डेढ़ लाख रुपये देकर इस नेटवर्क से जुड़े ही, अपने से जुड़े लोगों से भी डेढ़-डेढ़ लाख रुपये जमा करा दिया. आशंका है कि इनसे जुड़े 90 लोगों ने भी अपनी जान पहचान के लोगों से डेढ़-डेढ़ लाख रुपये जमाकर कर इस नेटवर्क से जोड़ा है. अब पुलिस इस नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है.
कई राज्यों में फैला है गिरोह का नेटवर्क
पुलिस की जांच में पता चला है कि शुरू में इन्हें खूब मुनाफा भी हुआ था. ऐसे में लालच में आकर ये लोग अपनी नौकरी छोड़कर इसी धंधे में लग गए थे. पुलिस के मुताबिक यूनेट/विहान नाम से इस फर्जी मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी गिरोह का नेटवर्क राजस्थान, मेघालय, मणिपुर, असम, यूपी और बिहार समेत देश के कई राज्यों में फैला है. वहीं नेटवर्क का मुखिया दुबई में बैठा है. यह कंपनी लोगों से सोने, हीरे और घड़ियों को खरीदने और बेचने के नाम पर निवेश करती थी. वहीं पैसा आने के बाद उसे गटक जाती थी.
बरामदगी देख हैरान रह गई पुलिस
इन जालसाजों के पास से पुलिस ने 10 लैपटॉप, नौ टैबलेट, 13 मोबाइल फोन, एक करोड़ रुपये का चेक, 30 एटीएम कार्ड, चार घड़ी और एक लग्जरी कार बरामद हुई है. एडीसीपी के मुताबिक यह बरामदगी देख पुलिस भी हैरान रह गई. उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी कमीशन का झांसा देकर सदस्य तो बनाते थे, लेकिन ना तो सामान भेजते थे और ना ही कमीशन देते थे. वहीं जब लोग विरोध करते थे दुबई में बैठे सरगना से उनकी ऑनलाइन बात कराते थे.



