छांगुर बाबा का पनामा कनेक्शन… शेल कंपनियों में खपाई ‘काली कमाई’, ED के सामने रोहरा फैमिली खोलेगी हर राज!
ईडी ने बलरामपुर के धर्मांतरण माफिया छांगुर बाबा के पनामा कनेक्शन का पर्दाफाश किया है. ईडी की जांच में पता चला है कि छांगुर बाबा ने धार्मिक कार्यों के नाम पर अवैध धन अर्जित किया और उसे खपाने के लिए पनामा में शेल कंपनियां बनाईं. उसके सहयोगी नवीन रोहरा और उनकी पत्नी नीतू की संदिग्ध संपत्तियों की भी जांच ईडी कर रही है. इस मामले में ईडी ने धर्मांतरण से जुड़े दस्तावेज़ भी बरामद किए हैं.
यूपी में बलरामपुर के धर्मांतरण माफिया छांगुर बाबा केस की जांच कर रही ईडी को बड़ी सफलता हाथ लगी है. ईडी ने छांगुर बाबा और उनके करीबी नवीन रोहरा के पनामा कनेक्शन और मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेल को ट्रैस कर लिया है. ईडी की जांच में पाया गया है कि छांगुर बाबा ने धार्मिक और सामाजिक कामों की आड़ में हजारों करोड़ की अवैध कमाई की और इस कमाई को खपाने के लिए उसने पनामा में कई शेल कंपनियां खोली थीं. ED ने छांगुर बाबा के सहयोगी नवीन रोहरा और उसकी पत्नी की संदिग्ध प्रॉपर्टी डील्स को भी ट्रैस करते हुए संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं.
यह सारे रिकार्ड ईडी को बाबा ताजुद्दीन आशवी बुटीक पर 17 जुलाई को हुई छापेमारी के दौरान मिले थे. यह बुटीक बलरामपुर के सुभाष नगर उतरौला में है. इस छापेमारी में ईडी को पनामा में रजिस्टर्ड एक विदेशी कंपनी ‘लोगोस् मरीन, एस.ए.’ के दस्तावेज मिले थे. 14 पन्नों के इस दस्तावेज में एक जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी (GPA) भी बनाई गई थी. यह जीपीए एरियल रिकार्डो पाडिला गॉर्डन ने छांगुर बाबा के सहयोगी नवीन रोहरा के नाम बनाई थी. इसमें नवीन को कंपनी के संचालन और लेनदेन के लिए अधिकृत किया गया था.
अवैध कमाई को घुमाने के लिए खोली शेल कंपनी
ईडी का शक है कि इस कंपनी का इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए विदेशों से आने वाले पैसों को घुमाने के लिए किया जाता था. इसके अलावा भी पनामा में छांगुर बाबा की कई अन्य कंपनियों का ब्यौरा भी ईडी के हाथ लगा है. इसमें नवीन के नाम से रजिस्टर्ड फर्म ‘कृष्णा ग्रुप एस.ए.’ भी शामिल है. इसमें नवीन कंपनी का अध्यक्ष और निदेशक है. ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक छांगर बाबा से जुड़ी पनामा की इन कंपनियों के जरिए मनी ट्रेल और इन संपत्तियों के मालिकों के नाम छिपाने का प्रयास किया गया है.
ईडी ने जब्त किया एग्रीमेंट पेपर
जांच एजेंसी ने नवीन रोहरा और उसकी पत्नी नीतू रोहरा के एक प्रापर्टी डील का खुलासा किया है. यह डील एजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ है. इस कंपनी के साथ 18 पन्नों के कंस्ट्रक्शन एग्रीमेंट साइन किया गया है. आरोप है कि इस प्रॉपर्टी डवलपमेंट प्रोजेक्ट्स में अपराध से कमाए गए पैसों से फंडिंग हुई है. फिर इन पैसों का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के अलावा कई अन्य राज्यों में धर्मांतरण के लिए किया गया है. ED ने अभी तक इन बरामदगियों के संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. बावजूद इसके एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का हिस्सा बताया जा रहा है.
धर्मांतरण के दस्तावेज मिले
छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर हुई दबिश में ED को ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिनसे साफ हो जाता है कि नवीन रोहरा और नीतू रोहरा ने धर्मांतरण किया था. इन दस्तावेजों में उनके घोषणा पत्र, शपथ पत्र और धर्मांतरण प्रमाण पत्र शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक अब इस मामले की जांच केवल बलराम से मुंबई और पनामा तक ही नहीं, बल्कि कई अन्य देशों तक पहुंच गई है. इसके अलावा नवीन, उसकी पत्नी नीतू के नाम देश भर में अन्य संपत्तियों की भी जांच हो रही है. इसमें आशवी बुटीक शामिल है. इस बुटीक का एक एनओसी मिला है, जिसे नीतू रोहरा ने औपचारिक रूप से इस कमर्शियल प्रतिष्ठान का मालिकाना हक छांगुर बाबा को ट्रांसफर किया है.