PMLA के तहत छांगुर ‘बाबा’ गिरफ्तार, ED को 5 दिन की रिमांड; विदेशी फंडिंग का उगलेगा राज

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया है. ED ने विदेशी फंडिंग और करोड़ों रुपये की अवैध संपत्तियों के सबूत जुटाए थे. अदालत ने ED को पांच दिन की कस्टडी रिमांड दी है.

छांगुर बाबा को ईडी ने किया गिरफ्तार (फाइल फोटो)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को अवैध धर्मांतरण माफिया छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन को धन-शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया है. ED ने इससे पहले छांगुर और उसके साथियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान विदेशी फंडिग और करोड़ों रुपए के अवैध संपत्तियों के सबूत मिले थे. आज छांगुर को ED की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे पांच दिन की ED रिमांड में भेज दिया गया है.

छांगुर बाबा को PMLA के तहत गिरफ्तार करने के बाद ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. ED ने 14 दिन की कस्टडी रिमांड की अर्जी दाखिल की थी. आज कोर्ट में सुनवाई के लिए छांगुर को पेश किया गया. इस दौरान उसके साथ ईडी के कई अधिकारी मौजूद थे. कोर्ट से ईडी को पांच दिन की रिमांड मिली है. एसटीएफ और एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में छांगुर बाबा को सबसे पहले 5 जुलाई को अरेस्ट किया था.

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई सबूत ED के पास

प्रवर्तन निदेशालय के गिरफ्त में आने के बाद छांगुर बाबा के अवैध संपत्तियों और विदेशी फंडिंग का राज खुलेगा. ईडी ने अपनी जांच में अब तक छांगुर बाबा के गिरोह के कई बैंक अकाउंट की डिटेल्स खंगाल चुका है. इस दौरान 60 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत और 40 करोड़ की 10 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं. साथ ही गिरोह के विदेशी कनेक्शन के लिए खुलासे हुए हैं.

ईडी की जांच में पता चला है कि अवैध धर्मांतरण के नाम छांगुर बाबा, शारज़ाह, UAE और दुबई के अलावा स्विट्जरलैंड में यहां से करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए गए हैं. ईडी ने पाया है कि छांगुर बाबा ने अपने करीबियों के नाम पर दर्जनों शेल कंपनियों के नाम पर बैंक खाते खोले थे. इससे जुड़े कई दस्तावेज ED के पास मौजूद है. अब रिमांड में लेने के बाद ईडी इन सभी राज पर से पर्दा उठाएगी.

छांगुर का पनामा कनेक्शन भी होगा उजागर

यह सारे रिकार्ड ईडी को छापेमारी के दौरान अलग-अलग जगहों से मिली है. बलरामपुर के सुभाष नगर उतरौला में एक बुटीक पर छापेमारी में पनामा में रजिस्टर्ड एक विदेशी कंपनी ‘लोगोस् मरीन, एस.ए.’ के दस्तावेज मिले थे. छांगुर के गुर्गे इस कंपनी से लेनदेन करता था. इसके अलावा कई अन्य कंपनियों का ब्यौरा भी ईडी के हाथ लगा है. अब ईडी एक-एक कर गिरोह के अवैध संपत्तियों पर शिकंजा कसेगी.