चित्रकूट कोषागार में 43 करोड़ का घोटाला, पेंशनर्स के खातों में पैसे डालकर धोखाधड़ी; 95 पर FIR, SIT गठित
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 43.13 करोड़ का बड़ा कोषागार घोटाला सामने आया है. पेंशनभोगियों के खातों में गलत तरीके से भुगतान कर यह धोखाधड़ी की गई. पुलिस ने 95 लोगों पर नामजद मामला दर्ज किया है, जिनमें कोषागार कर्मी भी शामिल हैं. मामले की जांच के लिए SIT गठित की गई है.

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. चित्रकूट कोषागार में 43 करोड़ 13 लाख का बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. पेंशनर्स के खातों में गलत तरीके से राशि डालकर फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया है. 95 लोगों के खातों को सीज कर मामला दर्ज किया. साथ ही जांच के लिए SIT गठित की गई है.
पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जिले के कोषागार कार्यालय से कुछ पेंशनर्स को गलत तरीके से भुगतान किया गया है. जिसमें अंतरिक टीम द्वारा जांच करने के बाद मामला सामने आया. फिर जिलाधिकारी के संज्ञान में आने के बाद मामले में FIR दर्ज की गई. यह घोटाला 2018 से अभी तक के बीच किया गया है.
खातों में 20-20 लाख डालकर निकाल लिए गए
हालिया ऑडिट रिपोर्ट से यह फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जिसके बाद से विभाग में हड़कंप मच गया है. यह भी सामने आया कि कई बैंक खातों में पेंशन के अतिरिक्त लाखों रुपये ट्रेजरी से भेजे गए थे. रिटायर्ड शिक्षकों के पेंशन खातों में 20-20 लाख रुपए भेजे गए थे, इसके बाद कुछ ही दिनों में वो पैसे निकाल लिए गए.
मामला संदिग्ध लगने पर वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेश सिंह ने 7 सितंबर को एलडीएम और बैंक शाखा प्रबंधकों को पत्र लिखा था. इसमें इन खातों का संचालन तुरंत रोकने के निर्देश दिए. जिसके बाद कुल 93 खातों को फ्रीज किया गया. साथ ही इनके ऊपरी पद पर काम करने वाले 2 अन्य को भी संदेश के घेरे में रखा गया है.
कुल 95 नामजद पर मामला दर्ज किया गया
इस दौरान उस पटल को देखने वाले संदीप श्रीवास्तव और अशोक कुमार को भी 93 खाता धारकों के साथ तहरीर में नाम दर्ज किया गया है. कुल 95 नामजद पर मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामला बड़ा है इसको लेकर के सीओ सिटी के नेतृत्व में SIT टीम का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है.