दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा, दो बार हुआ था हमला, निशाने पर थे पिता
बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी के घर फायरिंग की घटना से हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, अब इस मामले में कई बड़े खुलासे हुए हैं. पुलिस में दर्ज FIR के मुताबिक, दिशा पाटनी के घर दो बार फायरिंग की घटना हुई थी. हमलावर दिशा के पिता जगदीश पटानी को जान से मारने के इरादे से आए थे.

बरेली में बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर दो बार फायरिंग की घटना हुई थी. पुलिस की एफआईआर के अनुसार, हमलावर दिशा के पिता जगदीश पाटनी को जान से मारने के इरादे से आए थे. शूटर्स ने दिशा पाटनी के पिता को निशाना भी बनाया था. उन्होंने घर की बालकनी में बने पिलर के पीछे फर्श पर लेट कर अपनी जान बचाई.
एफआईआर के मुताबिक, दिशा पाटनी के घर पर हमलावरों ने लगातार दो दिन में दो बार हमला किया था. पहली घटना 11 सितंबर की सुबह करीब 4:33 बजे जबकि दूसरा 12 सितंबर दोपहर 3:30 बजे हुआ. दिशा के पिता ने बताया कि पहले दिन दो व्यक्ति बाइक से आए थे, जब उनसे पूछा कौन हो तो, मेरे घर की ओर रूख कर फायरिंग करने गए.
एक बोला मार दो इसे, दूसरे ने कर दी थी फायरिंग
दिशा पाटनी के पिता जगदीश सिंह पाटनी ने FIR में बताया की 11 सितंबर की सुबह तकरीबन 03:30 बजे पालतू कुत्तो में भोकने शुरू किया जिससे नींद खुल गयी, जब बालकनी में आये तो घर के बाहर 2 लोग बाइक पर खड़े थे. पहचान पूछने पर एक बदमाश ने मार दो इसे बोला.. फिर बाइक पर पीछे बैठे शूटर ने पिस्टल निकली मुझपर निशाना लगाया.
उन्होंने बताया कि इसके बाद शूटर ने उनपर गोली चला दी. वह किसी तरह बालकनी में बने पिलर की आड़ में फर्श पर लेट कर अपनी जान बचाई. जिसके बाद दोनों हमलावर बाइक पर सवार होकर सिटी स्टेशन की ओर भाग गए. उन्होंने कहा कि सुबह का समय था सभी से रहे थे, लेकिन पड़ोसी के दिनेश टंडन ने फायर की आवाज सुनी थी.
पुलिस ने जांच के लिए गठित की पांच स्पेशल टीमें
जगदीश सिंह पाटनी ने बताया कि जब तक दिनेश टंडन बाहर आते वे लोग भाग चुके थे. इसके बाद 12 सितंबर को उनके घर पर ताबड़तोड़ 10-12 राउंड फायरिंग की गई थी. उन्होंने कहा कि चूंकि एक दिन की घटना से परिवार के लोग सतर्क थे, इसलिए किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. हालांकि, 11 सितंबर के वारदात का कोई सबूत नहीं मिला है.
उन्होंने पुलिस को दिए एफआईआर में न्याय की मांग की है. साथ ही बताया कि पहले भी सोशल मीडिया पर धमकियां और अभद्र टिप्पणियां मिल चुकी हैं. वहीं, इस हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली थी. पुलिस इस मामले की जांच के लिए पांच स्पेशल टीमें गठित की है, जिसमें एसओजी की यूनिट शामिल है.