लखनऊ में ‘दोस्ती’ की हत्या! 101 रुपये के लिए दोस्तों ने उतारा मौत के घाट
लखनऊ में दोस्ती को शर्मसार करने वाली एक खौफनाक वारदात सामने आई है. मात्र 101 रुपये के मामूली विवाद पर दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी गई. 3 लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया. गाजीपुर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि एक आरोपी फरार है.
लखनऊ में ‘दोस्ती’ की हत्या का एक खौफनाक वारदात सामने आई है. रिकवरी कंपनी में काम करने वाले दोस्तों ने अपने सीनियर की बेरहमी से हत्या कर दी. चौंकाने वाली बात है कि ‘दोस्ती’ की हत्या केवल 101 रुपए को लेकर हुई है. डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर पूरी घटना का खुलासा किया है.
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि यह घटना थाना गाजीपुर क्षेत्र में 20 नवंबर को को हुई थी. महज 101 रुपये के विवाद में युवक की पीट-पीटकर हत्या की गई थी. तीन दोस्तों ने मिलकर इस वारदात को दिया था. पुलिस ने 72 घंटों में 2 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है.
कांच का टुकड़ा सिर में मारकर की हत्या
मृतक का नाम शशि प्रकाश उपाध्याय बताया जा रहा है. शशि प्रकाश गाजीपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले थे और एक रिकवरी कंपनी में काम कर रहे थे. आरोपी अखिलेश, प्रिंस और अंगद उनके साथ पार्ट टाइम काम करते थे. शशि ने अखिलेश को 800 रुपए उधार दिए थे. अखिलेश ने जूता खरीदकर 699 रुपए एडजस्ट कर लिए और सिर्फ 101 रुपए वापस भेजे.
इसी को लेकर फोन पर बहस हुई और विवाद बढ़ गया. इसके बाद आरोपियों ने शशि को फोन कर बुलाया और मारपीट शुरू कर दी. मारपीट के दौरान कांच का टुकड़ा सिर में दे मारा गया. गंभीर हालत में शशि को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसने अपना दम तोड़ दिया.
कामता बस अड्डे से अखिलेश और प्रिंस को दबोचा
पुलिस ने वारदात के बाद मामले की जांच शुरू की. इस बीच कामता बस अड्डे के पास से अखिलेश और प्रिंस को दबोच लिया गया. अंगद अभी भी फरार है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है. डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के मुताबिक, तीनों मृतक के दोस्त थे और साथ काम करते थे. जल्द ही तीसरे को भी पकड़ लिया जाएगा.