अब कोई नहीं बचेगा, तुम्हारे बच्चे भी मरेंगे…. मेरठ-कानपुर के स्कूलों में बम की धमकी से मचा हड़कंप

देशभर के 159 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी वाले ईमेल मिले हैं. इनमें उत्तर प्रदेश के ही मेरठ, आगरा और कानपुर समेत कई जिलों के प्रतिष्ठित स्कूल शामिल हैं. ईमेल में विस्फोटक उपकरण रखने की बात कही गई है. सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस की जांच में अब तक मामला महज अफवाह साबित हुआ है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में मेरठ, आगरा और कानपुर समेत देश भर के 159 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. यह धमकी मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे इन स्कूलों के आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजी गई थी. इस ईमेल को देखने के बाद सभी स्कूलों में हड़कंप मच गया. चूंकि उसी समय ज्यादातर स्कूलों में छुट्टी हो रही थी, ऐसे में कई जगह पैनिक स्थिति बन गई. सूचना मिलने पर मौके पहुंची पुलिस ने डॉग स्क्वायड और साइबर टीम की मदद से मामले की जांच शुरू कर दी है.

पुलिस के मुताबिक अभी तक मामला कोरी धमकी का निकला है. स्कूलों को भेजे गए ईमेल में लिखा गया है कि ‘हैलो, मैं आपको यह बताने के लिए लिख रहा हूं कि मैंने स्कूल की बिल्डिंग में कई विस्फोटक उपकरण (ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन) रखे हैं. कोई भी जिंदा नहीं बचेगा.’ इस ईमेल में लिखा है कि तुम सब मरोगे, तुम्हारे बच्चों की दर्दनाक मौत होगी. आखिर में मेल भेजने वाले लिखा है कि रेडिकुलस और साइलेंस इस टेरर अटैक के लिए जिम्मेदार हैं.

देश भर के स्कूलों को मिले हैं ऐसे ईमेल

मेरठ पुलिस के मुताबिक मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे मेरठ के लोहियानगर स्थित सत्यकाम, मेडिकल थाना इलाके में केएल इंटरनेशनल और मेरठ पब्लिक स्कूल को यह धमकी भेजी गई थी. इसी तरह का ईमेल आगरा और कानपुर के दर्जन भर स्कूलों को भेजी गई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक केवल उत्तर प्रदेश में ही नहीं, यही मेल देश भर के कुल 159 स्कूलों के आधिकारिक ईमेल पर भेजा गया है. इस मेल में किसी तरह की डिमांड तो नहीं है, लेकिन साफ तौर पर इन सभी स्कूलों को बम से उड़ाने की बात कही गई है.

मामले की जांच में जुटी पुलिस

इस तरह के ईमेल की जानकारी मिलते ही संबंधित जिलों की पुलिस हरकत में आ गई है. पहले तो पुलिस ने ईमेल में वर्णित स्कूलों में डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड की मदद से तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान किसी भी स्कूल के अंदर से कोई संदिग्ध पदार्थ नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने साइबर विशेषज्ञों की मदद से ईमेल भेजने वाले को ट्रैस करने की कोशिश शुरू कर दी है. मेरठ पुलिस के मुताबिक हालांकि अभी तक मेल भेजने वाले व्यक्ति के कंप्यूटर का आईपी एड्रेस ट्रैस नहीं हो सका है.