‘…आपस में तलवारें खींच लेंगे’, ठाकुर विधायकों की बैठक पर क्या कुछ बोले अखिलेश यादव?

लखनऊ में हुई ठाकुर विधायकों की बैठक ने राजनीतिक हलचल मचा दी है. इस बीच अब अखिलेश यादव का इसपर बयान आया है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब किसी की कुर्सी हिल रही है. अखिलेश यादव ने सीएम योगी को प्रवासी मुख्यमंत्री करार दिया है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

लखनऊ में हाल में हुई ठाकुर विधायकों की बैठक ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है. ‘कुटुंब परिवार’ के बैनर तले इस बैठक में 49 ठाकुर विधायकों में से 43 शामिल हुए. अब ये ठाकुरों की राजनीतिक गोलबंदी है या ये केवल एक कयास, समय पर उजागर हो ही जाएगा. इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसपर प्रतिक्रिया दी है.

सपा मुखिया और सांसद अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि अगर बैठक हो रही है, तो स्वाभिक है कि ये सरकार बचाने के लिए तो नहीं हो रही होगी. इसका मतलब किसी की कुर्सी हिल रही है. 2047 तो दूर 2027 से पहले ही यह लोग आपस में तलवारें खींच लेंगे. अखिलेश ने दावा किया कि बीजेपी के अंदर के PDA नेता घुटन महसूस कर रहे हैं.

ये हमारे प्रवासी मुख्यमंत्री हैं- CM पर अखिलेश

कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने प्रत्रकारों से बातचीत में यह भी दावा किया है कि PDA नेता को बीजेपी में कोई रास्ता नहीं दिख रहा है, उनका भी विजन साफ है कि 2027 में सब पीडीए के साथ होंगे. बीजेपी का विजन यही है कि हर अच्छी चीज खराब कर दो. यह सिर्फ मुंह से गड्ढा मुक्त बना सकते हैं.

उन्होंने कहा कि फूलन देवी पर जब अन्याय हुआ तो नेताजी ने उन्हें छुड़वाया और लोकसभा का सांसद भी बनाया. अखिलेश ने पूछा कि, ‘फूलन देवी की हत्या कराने में जिस विचारधारा के लोग हैं वह कौन हैं?’ उन्होंने सीएम योगी पर कहा कि, ‘इनके मामा अगर मठ में ना होते, तो उत्तराखंड से ना आते. यह हमारे प्रवासी मुख्यमंत्री हैं.’

मर्जर भी इसलिए कर रहे हैं ताकि…

अखिलेश यादव ने इस दौरान, स्कूलों के मर्जर पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि PDA परिवार के बच्चे ना पढ़ पाए, इसीलिए सरकार ने कई हजार प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए. मर्जर भी इसलिए कर रहे हैं जिससे बूथ का हिसाब किताब ठीक किया जाए. यह संस्कृति स्कूल समाजवादी सरकार में बना था, आज तक आगे नहीं बढ़ा पाए.

उन्होंने कहा कि अगर इनका कोई विजन होता तो आज 9 साल में जो काम किया उसको आगे लेकर जाते, तो हमारा विकसित उत्तर प्रदेश बनता. अखिलेश ने कहा कि यह हम पॉलीटिकल मैसेज देने के लिए पढ़ा रहे हैं कि स्कूल शुरू किए जाएं. आप स्कूल शुरू कर दीजिए, क्यों नहीं खोल रहें? यह पढ़ाई को छीनने की साजिश है.