‘आधुनिक राजनीति के धृतराष्ट्र…’, मंत्री संजय निषाद पर BJP सांसद का तंज, बोले- वे नेता नहीं सौदागर हैं

यूपी में मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पहले से बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद का बयान और दूरी बढ़ा सकता है. बीजेपी सांसद ने संजय निषाद को आधुनिक राजनीति का धृतराष्ट्र बताया. साथ ही कहा कि 'वह कोई नेता नहीं हैं, समाज के सौदागर हैं'.

मंत्री संजय निषाद और बीजेपी राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद

बीजेपी के राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद ने रविवार को एक सम्मेलन में मंत्री संजय निषाद पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने बातों ही बातों में संजय निषाद को ‘आधुनिक धृतराष्ट्र’ तक की संज्ञा दे दी. साथ ही अपने बेटों को राजनीति में आगे बढ़ाने के लिए समाज का शोषण करने का आरोप लगाया. बीजेपी सांसद के बयान से यूपी की राजनीति में हलचल बढ़ सकती है.

जयप्रकाश ने आरोप लगाया कि संजय निषाद ने जातिगत भावनाओं का इस्तेमाल कर अपने परिवार को फायदा पहुंचाया है और समाज को धोखा दिया है. उन्होंने भले ही संजय निषाद का सीधे नाम नहीं लिया, लेकिन मीडिया से बातचीत में उन्हें ‘आधुनिक राजनीति का धृतराष्ट्र’ करार देते हुए गंभीर आरोप लगाए.

इस धृतराष्ट्र ने राजनीति को गंदा कर दिया

गोरखपुर क्षेत्र के राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद जालौन जिले के उरई में आयोजित मछुआरा स्वाभिमान सम्मेलन में पहुंचे थे. इससे इतर मीडिया से बातचीत में उन्होंने यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज भी भारतीय राजनीति में एक धृतराष्ट्र जिंदा है.

उन्होंने बिना नाम लिए आगे कहा कि इस धृतराष्ट्र ने समाज को आगे बढ़ाने के बजाय अपने परिवार को सत्ता तक पहुंचाने का जरिया बना लिया है. समाज के नाम पर पार्टी बनाने वाले इस धृतराष्ट्र ने राजनीति को गंदा कर दिया है. सांसद ने कहा कि संजय निषाद का पूरा एजेंडा अपने बेटों को राजनीति में स्थापित करने का है.

‘वह कोई नेता नहीं हैं, समाज के सौदागर हैं’

जयप्रकाश निषाद ने गिनाते हुए कहा कि एक बेटे को बीजेपी से सांसद और विधायक बनाया गया, दूसरे बेटे को समाजवादी पार्टी से सांसद बनवाया गया, और अब तीसरे बेटे को निषाद समाज के बीच छोड़कर राजनीति की रोटियां सेंकने का खेल चल रहा है. उन्होंने अपने बेटों की राजनीति चमकाने के लिए पूरे समाज को आग में झोंकने का काम किया है.

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि समाज की ताकत का इस्तेमाल कर, उसे जातिगत भावनाओं में उलझाकर केवल अपने घर के लोगों को आगे बढ़ाना, किसी भी कीमत पर समाज की सेवा नहीं है, बल्कि यह सीधा-सीधा समाज से सौदेबाजी करना है. सांसद ने कहा कि ‘वह कोई नेता नहीं हैं, वे समाज के सौदागर हैं.’

यूपी की राजनीति में भूकंप ला सकता ये बयान

जयप्रकाश निषाद ने कहा, ‘आज समाज इनकी असलियत को समझ चुका है. अब यह ज्यादा दिन तक लोगों को बहकावे में नहीं रख पाएंगे. समाज अपने स्वाभिमान की लड़ाई खुद लड़ेगा और सौदागर जैसे नेताओं को नकार देगा.’ सांसद का यह बयान यूपी की राजनीति में भूकंप ला सकता है. संजय निषाद कैबिनेट मंत्री के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हैं.