घोसी उपचुनाव: सपा ने किया उम्मीदवार का ऐलान, सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत को टिकट

समाजवादी पार्टी ने घोसी उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत सिंह को टिकट दिया है. सपा के महासचिव शिवपाल यादव ने यह ऐलान किया. घोसी सीट सपा विधायक सुधाकर सिंह के निधन के कारण खाली हुई थी.

घोसी उपचुनाव: सपा ने सुजीत सिंह को बनाया उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी ने मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह के छोटे बेटे सुजीत सिंह को मैदान में उतारा है. यह सीट सुधाकर सिंह के निधन से रिक्त हुई थी. सपा के राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की है.

सुजीत सिंह अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगे. शिवपाल सिंह ने कहा, ‘सुजीत सिंह ही घोसी क्षेत्र के लिए काम करेंगे. समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता मिलकर उन्हें भारी मतों से विजयी बनाएंगे. पार्टी का पूरा आशीर्वाद सुजीत सिंह के साथ हैं. ‘ वहीं, सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने अब तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.

रिसेप्शन में बिगड़ी थी सुधाकर सिंह की तबीयत

सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने सुजीत सिंह को एक जिम्मेदार और समर्पित युवा नेता बताया, जो अपने पिता की तरह क्षेत्र की जनता की सेवा करेंगे. घोसी सीट से सपा विधायक सुधाकर सिंह का 20 नवंबर 2025 का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था. इससे दो दिन पहले उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी.

दरअसल, सुधाकर सिंह 17 नवंबर को मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी के रिसेप्शन में शामिल हुए थे, जहां से लौटने के बाद उनकी तबीयत बगड़ने लगे और उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी. उन्होंने पहले वाराणसी में भर्ती कराया गया, फिर लखनऊ के मेदांता अस्पताल रेफर किया था, जहां उनकी 67 साल की उम्र में निधन हो गया.

2023 में बीजेपी के दिग्गज नेता को हराया था

सुधाकर सिंह ने 2023 के उपचुनाव में बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को बड़े अंतर से हराकर यह सीट जीती थी. उनकी यह जीत सपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी गई थी, क्योंकि यह उपचुनाव विपक्षी गठबंधन और सत्ताधारी दल के बीच सीधी टक्कर का प्रतीक था. सुधाकर सिंह घोसी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे .

उनके निधन के बाद सपा ने परिवार की सहानुभूति और निरंतरता को ध्यान में रखते हुए उनके बेटे सुजीत सिंह पर भरोसा जताया है. सपा द्वारा उम्मीदवार घोषित करने के बाद अब सभी की निगाहें बीजेपी पर टिकी हैं. सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के सहयोगी दल सुभासपा इस सीट पर दावेदारी कर रही है, जिससे गठबंधन में चर्चा चल रही है.

उपचुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने की उम्मीद

वहीं, देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी अपना उम्मीदवार उतारती है या सहयोगी को समर्थन देती है. घोसी सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने की उम्मीद है, क्योंकि विधानसभा सचिवालय ने सीट को रिक्त घोषित कर दिया है और छह महीने के अंदर चुनाव कराना अनिवार्य है. उपचुनाव में सपा और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर होने के संकेत हैं.