बसपा ने 4 बड़े नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता, पार्टी के खिलाफ जाने का आरोप; क्या बीजेपी के संपर्क में थे?
सहारनपुर में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के चार बड़े नेताओं को निष्कासित किया गया है. आरोप है कि इन नेताओं ने बार-बार चेतावनी के बावजूद पार्टी लाइन से हटकर काम किया है. इनमें पूर्व मंडल प्रभारी कुलदीप बालियान, उनकी पत्नी रेनू बालियान, रंजीता और अजब सिंह शामिल हैं.
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती इन दिनों पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर सतर्क हैं. अब तक बसपा में पार्टी विरोधी काम करने को लेकर कई बड़े नेताओं की छंटनी हो चुकी है. इस बीच शुक्रवार को सहारनपुर में बीएसपी के 4 बड़े नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. आरोप है कि बार-बार चेतावनी के बाद भी ये सभी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.
सहारनपुर में बसपा के जिला अध्य़क्ष जगपाल सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इन चारों नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया है. बसपा ने पूर्व मंडल प्रभारी कुलदीप बालियान, उनकी पत्नी और रामपुर मनिहारान से मौजूदा चेयरमैन रेनू बालियान, ज़िला पंचायत सदस्य रंजीता और देहात विधानसभा से चुनाव लड़ चुके अजब सिंह को तत्काल प्रभाव से पार्टी से बाहर कर दिया है.
पार्टी विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं
सहारनपुर में 4 वरिष्ठ नेताओं को निष्कासित कर बसपा ने साफ संदेश दिया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बसपा जिलाध्यक्ष जगपाल सिंह ने कहा है कि इन चारों को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर बार-बार चेतावनी दी गई. मगर इन चारों ने बसपा विरोधी गतिविधियों को लगातार जारी रखा. बसपा में अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
ये सभी बीजेपी के संपर्क में थे?
जगपाल सिंह ने कहा कि आचरण में सुधार न करने और बसपा विरोधी गतिविधियों को चेतावनी के बावजूद जारी रखने पर इन चारों लोगों को तत्काल बसपा से निष्कासित किया जाता है. बताया जा रहा है निष्कासित किए गए ये सभी चार लोग बीजेपी नेताओं के संपर्क में थे. सभी को कई बार चेतावनी दी गई लेकिन उसके बावजूद भी सभी ने अपने आचरण में कोई बदलाव नहीं किया. अब देखना होगा इनका अगला मूव क्या होता है?
पिछले महीने इन दोनों पर गिरी थी गाज
इससे पहले जून में बसपा ने प्रयागराज मंडल प्रभारी राजू गौतम और मिर्जापुर के मंडल प्रभारी अमरेंद्र भारतीय को पार्टी से हटाया था. इन दोनों पर भी पार्टी लाइन से बाहर जाने का आरोप लगा था. इसके अलावा हाल में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद के ससुर और उनके सहयोगियों को पार्टी से बेदखल किया था. साथ ही पार्टी के नेताओं को आकाश आनंद के ससुर से दूरी बनाने की चेतावनी दी थी.