महीने भर के अंदर आजम-अखिलेश की दूसरी मुलाकात, क्या दूर हो गए दोनों के गिले-शिकवे?
आजम खान 23 सितंबर को 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए थे. उसके बाद 08 अक्टूबर को अखिलेश यादव उनसे मिलने रामपुर पहुंचे थे. अब महीने भर के अंतराल में आजम खान और अखिलेश यादव के बीच में लखनऊ में दूसरी मुलाकात हुई.
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान अपने बेटे अबदुल्लाह आजम के साथ पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं. महीने भर के अंदर आजम खान की अखिलेश यादव से यह दूसरी मुलाकात होगी. ऐसे में क्या अखिलेश-आजम के बीच के गिले शिकवे दूर हो गए हैं. क्या सपा आलाकमान उनकी नाराजगी पूरी तरह खत्म हो गई है.
अखिलेश यादव ने आजम खान से मुलाकात की तस्वीरें भी अपने X अकाउंट पर पोस्ट की. इसके साथ उन्होंने एक शायरी ‘न जाने कितनी यादें संग ले आए जब वो आज हमारे घर पर आए! ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है’ भी साझा की. वहीं, आजम खान ने मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश से मुलाकात पर कहा कि कुछ हाले दिल उन्होंने कहा, कुछ हाले दिल हमने कहा.
सपा का सबसे बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं आजम खान
बता दें आजम खान को सपा का सबसे बड़ा मुस्लिम चेहरा माना जाता रहा है. हाल ही में 23 सितंबर को तकरीबन 23 महीने तक जेल में रहने के बाद आजम खान रिहा हुए थे. इस दौरान उनके बयानों ने सियासी हलकों में खूब हलचलें मचाई थीं. माना जा रहा था आजम खान समाजवादी पार्टी के प्रमुख से नाराज थे.
आजम खान के दूसरी पार्टी में जाने की थीं अटकलें
सपा आलाकमान से उनकी नाराजगी जेल से निकलने के बाग उनके बयान भी इसकी तस्दीक कर रहे थे. संभावनाएं यह भी जताई जा रही थी कि आजम खान जल्द ही समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं. बसपा में जाने की अटकलें ज्यादा थीं. कहा जा रहा था मायावती से उनकी गोपनीय मीटिंग भी हो चुकी है. लेकिन मायावती ने अक्टूबर महीने लखनऊ में आयोजित महारैली में आजम खान का नाम लिए इसे अफवाह करार दिया. उन्होंने कहा कि वह छिपकर किसी से नहीं मिलती.
अचानक से गुरुवार को आजम खान पहुंचे थे लखनऊ
उन्होंने गुरुवार यानी 06 नवंबर को अचानक लखनऊ में कदम रखा. उनकी यह यात्रा पूरी गोपनीय तरीके से प्लान की गई थी. वे शहर के एक नामी होटल में ठहरे, पहले तो सन्नाटा रहा. लेकिन कुछ देर में जैसे एक-दो नेता उनसे मिलने पहुंचे तो आजम खान के लखनऊ में होने की खबर फैल गई.
अखिलेश से महीने भर के अंदर दूसरी मुलाकात
अखिलेश यादव से आजम खान की महीने भर के अंदर ये दूसरी मुलाकात है. इससे पहले अखिलेश 08 अक्टूबर को रामपुर पहुंचकर आजम खान से मिले थे. इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव से कहा था कि वो उनसे मिलने अकेले आएं. साथ में किसी को लेकर ना आएं. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अखिलेश से सिर्फ वह मिलेंगे. परिवार का कोई सदस्य उनसे मुलाकात नहीं करेगा.
कई बार आजम पार्टी से अपनी नाराजगी कर चुके हैं जाहिर
आजम खान की बात को अखिलेश यादव ने मान भी लिया. वह अकेले आजम खान से मिलने रामपुर पहुंचे थे. अंदरखाने ये काफी वक्त से खबर है कि 2024 लोकसभा में आजम खान की राय दरकिनरार करके रामपुर से मोहिबुल्ला नदवी को टिकट दिए जाने से वे सपा आलाकमान से नराज थे. समय-समय पर अपने बयानों से वह इसको जाहिर भी कर चुके हैं. आजम खान के पाला बदलने से सपा को भरपूर नुकसान भी हो सकता था.
