ये कुछ बताता नहीं है… MLA अभय सिंह ने AI की खोल दी पोल; सदन में खूब लगे ठहाके

उत्तर प्रदेश विधानसभा ने AI के उपयोग पर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया. इस दौरान सदस्यों ने AI द्वारा जनप्रतिनिधियों के सशक्तिकरण पर चर्चा की. वहीं, विधायक डॉ. अभय सिंह ने AI की गलतियों के कई उदाहरण दिए, जिसपर सदन में खूब ठहाके लगे. जानें क्या कुछ कहा.

विधायक डॉ. अभय सिंह

उत्तर प्रदेश विधान सभा ने रविवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया. इसका विषय ‘जन प्रतिनिधियों को सशक्त बनाना: एआई के माध्यम से संचार को मजबूत करना’ रखा गया था.  सभी विधायकों ने माना कि AI जनप्रतिनिधियों को और सशक्त बनाकर जनता की सेवा में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है.

वहीं, समाजवादी पार्टी से हाल में निष्कासित विधायक डॉ. अभय सिंह ने AI की गलतियों को उजागर किया. उन्होंने ऐसे-ऐसे वाक्या बताए, जिससे सदन में हंसी का माहौल बन गया. उन्होंने कहा, ‘मैं 10 साल से गूगल भी यूज करता हूं अब एआई में चैट जीपीटी आ गया है. ये तो एक तरह का ठग है. ये इधर-उधर से फैक्ट्स लेता है.’

WW3 में भारत की पोजीशन पर AI क्या बोला?

यूपी के गोसाईगंज से विधायक डॉ. अभय सिंह ने अपने संबोधन ने AI की पोल खोल कर दी. उन्होंने कहा कि हम डेटा के हिसाब से अपने आपको अपडेट करना चाहे ये तो समझ आता है. लेकिन थोड़े देर पहले स्पीकर महोदय ने कहा कि माता प्रसाद पांडेय साल 1976 में आए थे पहली बार. हमने चैट जीपीटी पर डाला तो कह रहा है ये 1980 दिखा रहा है… हम तो अब आपकी ही बात मानेंगे. इसपर सदन में खूब ठहाके लगे.

उन्होंने बताया, ‘अभी मैं एक दिन रात में खाली बैठा हुआ था तो मैंने चैट GPT के साथ चैट करने लगा.  हमने कहा कि अगर थर्ड वर्ल्ड वार होगा तो हिंदुस्तान की क्या पोजिशन रहेगी, तो हमको अमेरिका के साथ बैठा दिया.  हमने कहा कि अमेरिका कैसे हो सकता वो पाकिस्तान के फेवर में है. पाकिस्तान का परमाणु बम उन्होंने बनवाया.  तो उसने कहा कि आप रूस के साथ जा सकते हैं.’

इसी तरह एक दिन अपनी कुंडली डाला तो…

डॉ. अभय सिंह ने बताया कि इसी तरह एक दिन मैंने अपनी कुंडली डाला. मैंने कहा कि मेरा ये राज योग कब तक चलेगा? AI कहता है कि इस समय तक चलेगा. हमने कहा कि हमारा राजयोग तो हमारे पंडिजी ने इस तरीके से बताया था. तो उसने कहा हां मैं गलत हूं आप सही बोल रहे हैं. मैंने आपकी मूल नक्षत्र नहीं देखा था इसलिए ऐसा हो गया.

विधायक ने सदन में कहा कि एआई पर ये चल रहा है. उनका कहना है कि अगर हम ऐसे ही एआई पर कूच करते हैं तो ये जैसे गलत रास्ता दिखाकर पुल से गिरा देता है वैसे ही हमें भी गिरा देगा. हालांकि, सदन के सभी सदस्यों ने माना कि एआई पारदर्शिता और जनहित में सुधार का एक सशक्त माध्यम बन सकता है.