टॉर्चर की हद… आगरा पुलिस ने युवक के दोनों पैर तोड़े, बवाल होने पर हटाए गए ACP, SO सहित 3 सस्पेंड

आगरा पुलिस पर थाने में राजू नाम के एक युवक को बेरहमी से पीटने और दोनों पैर तोड़ देने का आरोप लगा है. अब पुलिस आयुक्त ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ACP को पद से हटा दिया है. इसके अलावा  SO सहित 3 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया है.

आगरा पुलिस ने युवक के दोनों पैर तोड़े,

यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है. ताजा मामला आगरा के किरावली थाने का है. यहां पुलिस का बेहद अमानवीय और क्रूर चेहरा सामने आया है. आरोप है कि किरावली थाने की पुलिस ने एक हत्याकांड की पूछताछ के नाम पर 42 वर्षीय युवक राजू को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके दोनों पैर की हड्डियां टूट गईं. पुलिस आयुक्त ने कड़ा एक्शन ले लिया है.

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की है. एसीपी (अछनेरा) रामप्रवेश गुप्ता को पद से हटा दिया गया है. थानाध्यक्ष (SO) नीरज सिंह, एसआई धर्मवीर और सिपाही रवि को सस्पेंड कर दिया गया है. पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह को सौंपी गई है.

शक की बिनाह पर बेरहमी की हदें पार

मामला 5 अगस्त को करहारा गांव में हुए पूर्व फौजी बनवीर की हत्या से जुड़ा है. पुलिस इस केस में सुराग तलाशने के बजाय ‘डंडे के दम’ पर खुलासा करने की कोशिश कर रही थी. रविवार को गांव के ही राजू को पूछताछ के लिए थाने लाया गया. बिना किसी पुख्ता सबूत के केवल शक के आधार पर एसआई धर्मवीर और सिपाही रवि ने उसे पीटना शुरू कर दिया. इतना पीटा कि राजू के पैर पर ही पांच डंडे टूट गए. इस बीच राजू जब बेहोश हो गया तो पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए.

सच छिपाने की साजिश और ‘लीपापोती’ का खेल

घबराए पुलिसकर्मियों ने घायल युवक को आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. फिर बाहर पहरा बैठा दिया. हद तो तब हो गई जब अधिकारियों को गुमराह करने के लिए पुलिस ने रिपोर्ट दी कि युवक की “केवल उंगली में मामूली चोट” आई है. घायल राजू पर दबाव बनाया गया कि वह कहे कि वह “फिसल कर गिर गया” था. हालांकि, जब सोशल मीडिया पर युवक के दोनों पैरों पर चढ़े प्लास्टर की फोटो वायरल हुई, तो पुलिस के झूठ की कलई खुल गई.

साजिश की भी आ रही बू

चर्चा ये भी है कि पुलिस ने किसी के इशारे पर युवक को पीटने का ‘ठेका’ लिया था. गांव के ही कुछ प्रभावशाली लोगों की तरफ से पुलिस को भड़काने की बात सामने आ रही है. फिलहाल, पीड़ित का परिवार दहशत में है और पुलिस की इस बर्बरता ने आधुनिक पुलिसिंग के दावों की हवा निकाल दी है.