यमुना पार के 55 हजार घरों में खत्म होगा जल संकट! आगरा में लगेगा 85 MLD का इंटकवेल प्लांट
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आगरा के यमुनापार क्षेत्र में 55 हजार से अधिक परिवारों के लिए पेयजल संकट का स्थायी समाधान किया है. इसके लिए पोइया घाट पर 85 एमएलडी इंटकवेल और 55 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जा रहा है. इससे यमुना जल का शोधन कर घरों तक पहुंचाया जाएगा. 231 किमी पाइपलाइन बिछेगी, जिससे डेढ़ साल में शुद्ध पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाएगी.
उत्तर प्रदेश के आगरा में पानी के संकट से जूझ रहे 55 हजार से अधिक परिवारों के लिए बड़ी खबर है. यमुनापार क्षेत्र में इन घरों में शुद्ध पेयजल की सप्लाई के लिए योगी सरकार ने बड़ी पहल की है. इस पहल के तहत 85 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) क्षमता का एक विशाल इंटकवेल और उससे जुड़ा 55 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) लगाया जाएगा. इसके लिए जल निगम ने पोइया घाट पर यमुना नदी में काम शुरू कर दिया है. इस प्रोजेक्ट के शुरू होने पर सभी घरों में सुबह और शाम यमुना जल की आपूर्ति हो सकेगी.
योजना के मुताबिक पोइया घाट, खंदौली की तरफ यमुना नदी में 85 एमएलडी का इंटकवेल बनेगा. यह नदी में तीन से सात मीटर तक भीतर होगा. इसके लिए जगह चिन्हित करने के लिए जल निगम की टीम अलग अलग जगहों से मिट्टी के नमूने लेने का कार्य शुरू कर दिया है. जहां भी मिट्टी सख्त होगी, वहीं वर इसका निर्माण किया जाएगा. इंटकवेल से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर ही 55 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की तैयारी है. इंटकवेल से पानी लिफ्टकर इस प्लांट में पहुंचाया जाएगा. जहां शोधन के बाद आपूर्ति के लिए रिलीज किया जाएगा.
231 किमी बिछेगी पाइपलाइन
जानकारी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट में करीब 231 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जानी है. इसके लिए भी जल निगम ने काम शुरू कर दिया है. इसी के साथ जल निगम ने घरों में कनेक्शन देने का भी काम शुरू कर दिया है. लाइन और कनेक्शन का काम पूरा करने के लिए डेढ़ साल का लक्ष्य तय किया गया है. इस अवधि तक इंटकवेल और ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी पूरा हो जाएगा. इसके बाद यमुनापार के निवासियों को पेयजल संकट से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाएगी.
हर साल पैदा होता है बड़ा संकट
यमुनापार के नए क्षेत्रों में पानी की पाइपलाइन न होने और जलापूर्ति की ठोस व्यवस्था नहीं होने की वजह से हर साल संकट की स्थिति बन जाती है. खासतौर पर गर्मी के मौसम में लोगों को भीषण पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है. ऐसे हालात में लोग निजी टैंकरों से पानी तो मंगा लेते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें मोटी रकम चुकानी होती है. इसके बाद भी टैंकर संचालकों की मनमानी का भी सामना करना होता है. अब इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से इस समस्या का भी स्थाई समाधान हो जाएगा.
मंडलायुक्त कर रहे निगरानी
मुख्यमंत्री की विशेष कार्ययोजना में शामिल इस प्रोजेक्ट की नियमित निगरानी खुद मंडलायुक्त शैलेंद्र सिंह कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार प्रदेश के हर नागरिक को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने और उनकी जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाने की प्रतिबद्ध है. इसी क्रम में आगरा के 55 हजार घरों में पेयजल उपलब्ध कराने की इस परियोजना पर काम शुरू किया गया है. इस योजना से यमुना पार के ट्रांस यमुना कॉलोनी प्रथम व द्वितीय, फाउंड्री नगर, शाहदरा, राज नगर, सीता नगर, नगला रामदास, कालिंदी विहार, कछपुरा सहित अन्य क्षेत्र सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे.
