औरैया में स्वास्थ्य सेवा चरमराई, एंबुलेंस न मिलने से नवजात की मौत; जिम्मेदार कौन?
औरैया से एक दुखद खबर सामने आई है. जहां एंबुलेंस न मिलने से एक नवजात की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल में एंबुलेंस के बावजूद उसे नहीं मिलने का आरोप लगाया. जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन घटना ने बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को उजागर कर दिया है.
औरैया जिले के बिधूना में स्वास्थ्य सेवाओं की भयावह स्थिति का एक और उदाहरण सामने आया है. जहां एक नवजात की दर्दनाक मौत सिर्फ लापरवाही के कारण हो गई. एक परिवार ने एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण अपने तीन दिन के नवजात बच्चे को हमेशा के लिए खो दिया है.
नवजात के मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मामले की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएमओ ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. लेकिन इस घटना ने जिले की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
स्वास्थ्य केंद्र पर खड़ी एंबुलेंस भी नहीं मिली
दरअसल, बिधूना थाना के रतनपुर गांव के रहने वाले राजीव कुमार की पत्नी लक्ष्मी ने रविवार शाम एक बेटे को जन्म दिया था. बुधवार सुबह बच्चे की अचानक तबीयत बिगड़ गई. सांस लेने में दिक्कत होने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना ले आए.
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जहां डॉक्टरों ने बच्चे को देखा और हालत गंभीर होने पर चिचौली स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. परिजनों का आरोप है कि दो घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया, 108 नंबर डायल किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. यहां तक कि स्वास्थ्य केंद्र पर खड़ी एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराई गई.
प्राइवेट वाहन से जाने लगे लेकिन रास्ते में ही…
पीड़ित पिता राजीव कुमार ने बताया कि वो सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंचे थे. डॉक्टरों ने ऑक्सीजन लगाया और रेफर कर दिया. दो घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया, लेकिन नहीं मिली. प्राइवेट वाहन से जाने लगे तो रास्ते में ही बच्चे की धड़कन बंद हो गई. अस्पताल लौटे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
मृतक बच्चे के दादा रामकिशन ने भी आरोप लगाया कि अस्पताल में कागज बनने के बाद भी समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई. एंबुलेंस खड़ी होने के बावजूद मरीज को नहीं भेजा गया. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग औरैया ने जांच शुरू कर दी है.
बच्चा नाजुक हालत में लाया गया था- डिप्टी CMO
वहीं, डिप्टी सीएमओ शिशिर पुरी ने कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है. बच्चा बेहद नाजुक हालत में लाया गया था. परिजनों ने एंबुलेंस देरी का आरोप लगाया है. जांच की जा रही है, जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस घटना ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को उजागर कर दिया है.